तमिलनाडु के देवसहायम् पिल्लई को वेटिकन ने घोषित किया ‘संत’ ।

देवसहायम् पिल्लई व पोप फ्रांसिस

वेटिकन सिटी – यहां १५ मई को हुए एक समारोह में ईसाई धर्म के सर्वोच्च नेता पोप फ्रांसिस ने १८ वीं शताब्दी में धर्मांतर किए भारत के तमिलनाडु के देवसहायम् पिल्लई को संत घोषित किया । इस कार्यक्रम में देवसहायम् समेत ९ लोगों को संत घोषित किया गया । इसमें ४ महिलाएं भी शामिल हैं। पिल्लई संत घोषित होनेवाले पहले भारतीय हैं। इस समय भारतीय समुदाय ने तिरंगा झंडा लहराकर आनंदाेत्सव मनाया।

देवसहायम् कौन हैं ?

देवसहायम् का जन्म २३ अप्रैल १७१२ को हिन्दू नायर परिवार में हुआ था । वे कन्याकुमारी के नट्टलम के निवासी थे, जो उस समय त्रावणकोर राज्य का हिस्सा था । वे त्रावणकोर के महाराजा मरतड वर्मा के दरबार में एक अधिकारी थे। डच नौसेना कमांडर ने उन्हें कैथोलिक धर्म की दीक्षा दी थी ।