३ माह पूर्व पुलिस में आरोप प्रविष्ट कराने के उपरांत भी पुलिस निष्क्रिय !
गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – गाजियाबाद की एक सिख लड़की ने शाहनवाज पर बलात्कार, धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने, लाखों रुपये ठगने और देह व्यापार के लिए जबरदस्ती बाध्य करने का गंभीर आरोप लगाया है । पीड़िता ने ११ अप्रैल को पुलिस में आरोप प्रविष्ट कराया था, किन्तु ३ महीने के उपरांत भी उसके विरुद्ध कोई अपराध प्रविष्ट नहीं किया गया एवं न ही उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई ही की गई ।
शाहनवाज़ ने सुमित यादव बन सिख लड़की को फाँसा, अब कह रहा – मुस्लिम बनो और वेश्यावृत्ति करो: बच्चे के गर्दन पर चाकू रख दी धमकी@STVRahul की रिपोर्ट।#Ghaziabad #LoveJihadhttps://t.co/bj9UCUmvzS
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) July 10, 2022
आरोप में पीड़िता ने कहा है कि,
१. शाहनवाज मुझसे लगभग ७-८ वर्ष पूर्व मिला था । उसने स्वत: नाम सुमित यादव बताया। कुछ दिनों के उपरांत उसने मेरे साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए, यद्यपि वह मुझसे विवाह करना टाल रहा था ।
२. दिसंबर २०१८ में उससे मुझे एक पुत्र हुआ । कुछ समय व्यतीत होने के उपरांत उसने मुझ पर इस्लाम स्वीकार करने के लिए दबाव बनाना प्रारंभ कर दिया। मैंने इसका विरोध किया। उसके उपरांत प्रतिदिन वह मुझे मारता-पीटता था।
३. मैंने घर क्रय करने ८ लाख रुपये बचाए थे। वह भी उसने ठग लिए ।
संपादकीय भूमिकाऐसे प्रकरणों में उत्तर प्रदेश पुलिस का निष्क्रिय होना अत्यंत लज्जास्पद है ! सरकार ऐसी गंभीर घटनाओं के प्रति असंवेदनशील पुलिस अधिकारियों को सेवामुक्त क्यों नहीं करती ? |