दैनिक, साप्ताहिक और पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ में प्रकाशित होनेवाले लेख अब जालस्थल (वेबसाईट) की एक ही ‘लिंक’ द्वारा देखने की सुविधा उपलब्ध !

सभी साधक, पाठक, शुभचिंतक, धर्मप्रेमी, हिन्दुत्वनिष्ठ इत्यादि इस सुविधा का अवश्य उपयोग करें, ऐसी विनती ।

योगतज्ञ दादाजी वैशंपायनजी द्वारा सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अलौकिक कार्य की प्रशंसा !

सनातन प्रभात’ एकमात्र ऐसा दैनिक है, जिसके माध्यम से हिन्दू धर्म एवं हिन्दू धर्मियों की अर्थहीन आलोचना का आप (डॉ. जयंत आठवलेजी) एवं आपके सेवाभावी साधक निर्भयता से मुंहतोड उत्तर देते हैं ।