पंडिताराध्य शिवाचार्य स्वामी का हिन्दूद्वेषी वक्तव्य, श्री गणपति की स्तुति करना, एक अंधश्रद्धा !

सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसे वक्तव्य तथाकथित स्वामी करते रहते हैं, इसीका यह एक उदाहरण ! ऐसे लोगों पर अपराध प्रविष्ट कर उनपर कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए !

(और इनकी सुनिए…) दुर्गादेवी का अस्तित्व काल्पनिक है !’ – बिहार राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह

धर्मश्रद्धाओं का अपमान करने वालों पर कार्यवाही न होना हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद !

हिन्दू राष्ट्र की मांग करनेवाले देश के शत्रु ! – मौर्य

ध्यान दें कि जो लोग हिन्दू राष्ट्र की मांग करते हैं, वे धर्मनिरपेक्ष राज्य व्यवस्था के विरोधी हैं, जो देश को रसातल में ले जा रही है, जो मुसलमानों का तुष्टीकरण कर रही है और मौर्य के वक्तव्यों को सहन कर रही है!

(अब इनकी सुनिए…) ‘हिन्दू धर्म में वेश्या के पुत्र को शूद्र कहते हैं ।’ – प्राध्यापक के.एस. भगवान

ऐसे प्राध्यापकों ने छात्रों को किस प्रकार की शिक्षा दी होगी, इसका अनुमान भी नहीं लगा सकते । शिक्षक नीतिमत्ता की शिक्षा देकर छात्रों पर संस्कार करते हैं; परंतु यहां ऐसे प्राध्यापक समाज में द्वेष फैला रहे हैं ।

बांग्लादेश के सत्तारूढ दल के सांसद बहाउद्दीन बहार ने दुर्गा पूजा को कहा, ‘शराब का त्योहार’ !

प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ भारत के अच्छे संबंध होते हुए भी उन्हीं की पार्टी द्वारा हिन्दुओं के त्योहारों का अपमान कर हिन्दुओं पर ही आक्रमण किया जाता होगा, तो भारत सरकार को शेख हसीना को समझाना आवश्यक है !

(और इनकी सुनिए…) ‘पाउडर’ एवं ‘लिपस्टिक’ लगानेवाली महिलाओं को ही होगा महिला आरक्षण का लाभ !’ – राजद के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी

स्वयं के धर्म की महिलाओं को बुरके में रखनेवालों को ऐसा लगे, तो इसमें क्या आश्‍चर्य ? इस प्रकार महिलाओं का अनादर करनेवाले एवं उनकी क्षमता पर प्रश्‍न उठानेवाले सिद्दीकी पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए !

सनातन को समाप्त करने के लिए प्रयत्नरत ‘घमंडिया’ गठबंधन को रोकें !

आज घमंडिया गठबंधन के लोग खुलकर बात करने लगे हैं ।  कल ये लोग अधिक आक्रामक होकर हम पर प्रहार करने वाले हैं ।’ देश के कोने-कोने में रहने वाले प्रत्येक सनातनी एवं इस देश से प्रेम करने वालों को सतर्क रहने की आवश्यकता है ।

रावण का अहंकार एवं बाबर, साथ ही औरंगजेब के अत्याचार के उपरांत भी सनातन नष्ट नहीं हुआ है ! – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

योगी आदित्यानाथ ने आगे कहा कि लोग अपनी मूर्खता सिद्ध करते हुए सूर्य पर थूकने का प्रयास करते रहते हैं |

(और इनकी सुनिए…) ‘मंदिर में मेरे साथ जातिभेदभाव किया गया !’ – के. राधाकृष्णन्, केरल

के. राधाकृष्णन् राज्य के मंदिर व्यवहारमंत्री हैं, तो उन्हें मंदिर का नाम बताना चाहिए । इसप्रकार मंत्री का कोई अनादर करता हो, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए; परंतु जाति के नाम पर यदि हिन्दू धर्म की जानबूझकर आलोचना करने का प्रयत्न हो रहा हो, तो हिन्दुओं को उसका वैध मार्ग से विरोध करना भी आवश्यक है !

(और इनकी सुनिए…) ‘देश में ‘मनुस्मृति’ लागू होने पर ९५% लोग गुलाम होंगे ! – सिद्धरामय्या, मुख्यमंत्री, कर्नाटक

मनुस्मृति का सही अध्ययन किया तो यह कितनी उपयुक्त है, यह सिद्धरामय्या के ध्यान में आएगा; परंतु पारंपरिक वोट पाने के लिए आजकल मनुस्मृति की इस प्रकार आलोचना करने की नेताओं में होड लगी है, इसी का यह एक उदाहरण है !