हिन्दू राष्ट्र की मांग करनेवाले देश के शत्रु ! – मौर्य

  • समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पुन: हिन्दूद्रोही उदरशूल से ग्रस्त !

  • ‘मुहम्मद अली जिन्ना के कारण नहीं, हिन्दू महासभा की के कारण हुआ देश का बंटवारा’, मौर्य का विचित्र तत्व दर्शन !

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – भारत और पाकिस्तान के विभाजन के लिए मुहम्मद अली जिन्ना नहीं, बल्कि हिन्दू महासभा उत्तरदायी थी । समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ऐसा अस्वीकार्य वक्तव्य दिया है कि, जो लोग हिन्दू राष्ट्र की मांग करते हैं वे देश के शत्रु हैं । उन्होंने उत्तर प्रदेश के बांदा में सामाजिक माध्यम से वार्ता करते हुए उपरोक्त वक्तव्य दिया ।

१. मौर्य ने आगे कहा कि भारत का संविधान कहता है कि धर्म, जाति, लिंग और जन्म स्थान के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है । यदि कोई ‘हिन्दू राष्ट्र’ की मांग कर रहा है तो क्या अन्य लोग भी यही मांग नहीं करेंगे ? इससे पहले हिन्दू महासभा ने हिन्दू राष्ट्र की मांग की थी, इसलिए भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ । (भारत की दुर्दशा जिन्ना और गांधी के कारण हुई। जो लोग इस तथ्य को नकारते हैं वे इतिहासद्रोही हैं! – संपादक)

. इससे पहले भी मौर्य हिन्दू विरोधी वक्तव्य दे चुके हैं । अगस्त २०२३ में मौर्य ने कहा था कि हिन्दू धर्म कोई धर्म नहीं है, ये केवल एक धोखा है । ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं । समाज में असमानता का कारण ब्राह्मणवाद है ।

संपादकीय भूमिका

  • ध्यान दें कि जो लोग हिन्दू राष्ट्र की मांग करते हैं, वे धर्मनिरपेक्ष राज्य व्यवस्था के विरोधी हैं, जो देश को रसातल में ले जा रही है, जो मुसलमानों का तुष्टीकरण कर रही है और मौर्य के वक्तव्यों को सहन कर रही है!
  • ऐसा कभी नहीं सुना है कि मौर्य ने कभी उन लोगों के विरुद्ध कुछ कहा जो देश को इस्लामिस्तान बनाने का प्रयत्न कर रहे हैं!
  • हिन्दुओं में अत्यधिक सहिष्णुता होने के कारण ही मौर्य लगातार ऐसे हिन्दू विरोधी वक्तव्य दे रहे हैं। एक प्रमुख राजनीतिक दल का नेता एक बहुसंख्यक हिन्दू देश में ऐसा वक्तव्य देने का साहस करता है, यह हिन्दुओं के लिए अत्यंत लज्जास्पद है!
  • मौर्य को अब इस ऐतिहासिक अन्वेषण के लिए पुरस्कृत किया जाना चाहिए!