पाठशाला में ७५ प्रतिशत मुसलमान विद्यार्थी हैं । इसलिए प्राचार्य पर इस्लामी नियम लागू करने का दबाव !

विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने कहा कि ७५ प्रतिशत जनसंख्या का संदर्भ देते हुए मुसलमान समाज के लोग बहुत दिनों से विद्यालय के नियमों में परिवर्तन लाने के लिए दबाव डाल रहे थे ।

हिन्दू बहुल भारत में हिन्दुओं के साथ होता है ‘द्वितीय श्रेणी के नागरिक’ समान व्यवहार ! – एम्. नागेश्वर राव, पूर्व प्रभारी महानिदेशक, सीबीआई

‘भारत में हिन्दू धर्म का पालन, अध्ययन और प्रचार की स्वतंत्रता का अभाव’ विषय पर बोलते हुए केंद्रीय अन्वेषण विभाग के (सीबीआई) के पूर्व महानिदेशक श्री. एम्. नागेश्वर राव ने कहा, ‘‘संविधान के अनुसार मिलनेवाले ५ अधिकारों में से हिन्दुओं को केवल राजनीतिक अधिकार ही मिले हैं

नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश) के मुसलमान बहुल भाग में हिन्दुओं के घरों पर पथराव !

नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश) – यहां के मुसलमान बहुल ‘महाजनी टोला’ में हिन्दुओं के घरों पर जिहादियों द्वारा पथराव करने के प्रकरण सामने आ रहे हैं । हिन्दुओं का कहना है कि “इस भाग में हिन्दुओं की संख्या अल्प है, इसी कारण जिहादी मुसलमान हमें कष्ट दे रहे हैं, जिससे हम यहां से पलायन करने को … Read more

१२ से १८ जून की अवधि में गोवा में होनेवाले दशम ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के उपलक्ष्य में …

इस्लामी अथवा ईसाई देशों की भांति हिन्दू राष्ट्र कोई संकीर्ण अवधारणा (संकल्पना) नहीं है, अपितु वह विश्वकल्याण का विचार करनेवाली, प्रत्येक नागरिक की लौकिक एवं पारलौकिक उन्नति का विचार करनेवाली एक सत्त्वप्रधान व्यवस्था है ।

हिन्दुओं का दमन रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !

संसार के अन्य किसी भी देश में बहुसंख्यकों के अधिकारों को ठुकराया नहीं जाता; परंतु भारत की ‘सेक्युलर’ राज्यप्रणाली के कारण हिन्दूबहुल भारत में हिन्दुओं की उपेक्षा हो रही है । वह न हो इसलिए भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होना आवश्यक है ।

असम के अनेक जिलों में हिन्दू ही अल्पसंख्यक बन गए हैं ! – मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

जिन जिलों में ‘हिन्दू बहुसंख्यक’ नहीं हैं, न्यूनतम उन जिलों में तो हिन्दुओं को ‘अल्पसंख्यक’ घोषित किया जाए । असम में ऐसे अनेक जिले हैं, जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हैं । उनमें भी कुछ जिलों में हिन्दुओं की संख्या ५ सहस्र से भी अल्प है और वहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं ।

देश के ७७५ में से १०२ जिलों में हिन्दू अल्पसंख्यक !

हिन्दुओं को जिलावार अल्पसंख्यक घोषित कर दिया जाए, तो उन्हें अनेक योजनाओं का लाभ मिल सकता है !

बांगलादेश में मुहम्मद पैगंबर का कथित अपमान करने की घटना में हिन्दू शिक्षक को बनाया बंदी !

भारत में हिन्दूद्वेषी चित्रकार म.फि.हुसेन द्वारा हिन्दू देवी-देवताओं की अश्लील तस्वीरें बनाने के उपरांत भी कभी बंदी नहीं बनाया गया ।

पाकिस्तान में, ईशनिंदा के आरोप में श्रीलंकाई नागरिक को जीवित जलाया गया !

पाकिस्तान में कानून एवं व्यवस्था का अस्तित्व ही नहीं है, यही यह घटना स्पष्ट करती है ! क्या भारत में तथाकथित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रतावाले, श्रीलंकाई नागरिक के पक्ष में खडे होंगे ? क्या वे न्यूनतम धर्मांधों के इस कृत्य का विरोध करेंगे ?

(कहते हैं) ‘हिन्दुओं ने स्वयं ही उनके मंदिरों और घरों में आग लगाई !’

भारत के हिन्दूद्वेषी प्रसार माध्यम और बांग्लादेश के प्रसार माध्यम एक ही माला के मणि हैं, इसे जान लीजिए !