मानसम्मान को बाजू में रखकर धर्म तथा मंदिरों के लिए ‘मंदिर रक्षक’ के रूप में एकत्र आएं ! – लखमराजे भोसले, युवराज, सावंतवाडी संस्थान
माणगांव (सिंधुदुर्ग) में महाराष्ट्र मंदिर ट्रस्ट सम्मेलन में ३७५ से अधिक मंदिर ट्रस्टियों ने भाग लिया !
माणगांव (सिंधुदुर्ग) में महाराष्ट्र मंदिर ट्रस्ट सम्मेलन में ३७५ से अधिक मंदिर ट्रस्टियों ने भाग लिया !
पूरे हिन्दू समाज की ओर से २१ फरवरी को चोपडा (जलगांव) में आयोजित होने वाली हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा को पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी।
अंधविश्वास के नाम पर लड़कियों में भय निर्माण कर उन्हेें चर्च में बुलाया जाता था । इस संबंध में अंधविश्वास निर्मूलन कानून क्यों नहीं लागू होता है ? यह प्रश्न इस समय उपस्थित किया ।
हिन्दुओं की सांस्कृतिक विरासत था धार्मिक स्थल घारापुरी गुफाओं में हिन्दुओं को पूजा का अधिकार मिले; इस मांग को लेकर हिन्दुओं ने १५ फरवरी को आंदोलन किया ।
रे विश्व के यहूदियों ने संकल्प कर एक इजरायल का निर्माण किया, उसी तरह हिन्दू भी अपना संकल्प कभी नहीं भूलते । आज श्रीराम मंदिर साकार हुआ है । अगला संकल्प भी निश्चित ही पूरा होगा । इसके लिए हमें सतत संघर्षरत रहना होगा ।
गोहत्या, धर्मांतरण, लव जिहाद आदि समस्याओं के विरोध में सभी हिन्दुत्ववादी संगठनों को एक साथ आकर वज्र मुट्ठी बनाने की जरूरत है । इसके साथ ही हिन्दुओं को आत्मरक्षा सीखने के साथ-साथ साधना कर अपनी आध्यात्मिक शक्ति भी बढानी होगी ।
धर्म के क्षेत्र में किए कार्य हेतु किया गया सम्मान !
कहीं भी प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज का उत्पादन और बिक्री हो रही हो, तो संबंधित उत्पादकों पर तत्काल कार्यवाही की जाए, ऐसी मांग लेकर आज हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से वाराणसी, सैदपुर, मुजफ्फरपुर तथा गया में प्रशासन को ज्ञापन दिया गया ।
श्यामडीह, कतरास के सरस्वती शिशु मंदिर में कक्षा ९ वीं से १२ वीं तक के छात्रों के लिए ‘भारतीय संस्कृति की विशेषताएं एवं लव जिहाद की वास्तविकता’, इन विषयों पर मार्गदर्शन किया गया ।
‘स्वातंत्र्यवीर वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक’ तथा ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ के सहयोग से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा मुंबई में सम्मानित किया जाएगा ।