सनातन देश का राष्ट्रीय धर्म ! – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

सनातन देश का राष्ट्रीय धर्म है । हिन्दू कुछ भी करें, तो जादू-टोने की बात की जाती है; परंतु अन्य पंथियों के ऐसा करने पर कोई प्रश्न उपस्थित नहीं करता । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज तक समाचार वाहिनी के साथ हुई भेटवार्ता में ऐसा वक्तव्य किया ।

पाकिस्तान के शीघ्र ही ४ टुकडे होंगे एवं ३ टुकडा भारत में विलय होगा ! – योग गुरु रामदेव बाबा

पाकिस्तान शीघ्र ही ४ भागों में विभाजित हो जाएगा । बलुचिस्तान एक अलग देश बनेगा । सिंध, पंजाब एवं पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का भी भारत में विलय किया जाएगा ।

भगवान बालाजी तथा श्री हनुमान द्वारा जो आदेश आते हैं, वही मैं कहता हूं ! – बागेश्‍वर धाम पीठ के पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री

मैं कोई तपस्वी अथवा मन की बात जाननेवाला नहीं हूं । जब मैं गादी पर (बागेश्‍वर धाम पीठ की गादी) बैठा नहीं होता, तब एक सामान्य मनु्ष्य होता हूं, परंतु गादी पर बैठ कर भगवान बालाजी तथा श्री हनुमानजी का स्मरण करने पर जो आदेश मिलते हैं, मैं वही कागज पर लिखता हूं ।

पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री के समर्थन में ५० सहस्र साधु-संत  रास्ते (सड़क) पर उतरेंगे  !

कोई भी संस्था पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन पर आरोप करती होगी एवं इनकी प्रतिष्ठा में बाधा लाती होगी तो उनके विरोध में ५० सहस्त्र साधु- संत रास्ते (सडक) पर उतरेंगे।

चमत्कार के द्वारा जोशीमठ गांव का भूस्खलन रोककर दिखाए जयजयकार करेंगे !

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री की नाम लिए बिना चुनौती !

केरल की इस्लामी शिक्षा संस्थाओं में पढाए जाएंगे हिन्दू धर्मग्रंथ !

जिले के ‘मलिक दीनार इस्लामिक काम्प्लेक्स’ में विगत ७ वर्षों से संस्कृत के श्‍लोक पढाए जाते थे । अब यहां कुछ हिन्दू ग्रंथों को भी समाहित किया गया है, उनमें श्रीमद् भगवद्गीता भी है ।

‘चैट जीपीटी’ टेक्नोलॉजी सिस्टम हिंदू देवी-देवताओं और शास्त्रों का अपमान कर रहा है

केंद्र सरकार  को इस ओर तत्काल ध्यान देकर यह अपमान रोकने का प्रयास करना चाहिए !

नवजात शिशु का नाम धर्मशास्त्र के अनुसार रखें !

‘हिन्दू धर्म में बताए गए प्रमुख १६ संस्कारों में से ‘नामकरण’ ५ वां संस्कार है । नवजात शिशु के जन्म के १२ वें अथवा १३ वें दिन उसका नामकरण संस्कार किया जाता है ।

किसी भी राष्ट्र का प्राण धर्म होता है । – श्रीमती प्राची जुवेकर, हिन्दू जनजागृति समिति

‘‘किसी भी राष्ट्र का प्राण धर्म होता है । दुर्भाग्यवश भारत देश की शासन व्यवस्था धर्मनिरपेक्ष बनाई गई । यहां के बहुसंख्यक समाज को धर्मशिक्षा से वंचित किया गया ।