‘चैट जीपीटी’ टेक्नोलॉजी सिस्टम हिंदू देवी-देवताओं और शास्त्रों का अपमान कर रहा है

नई देहली – ‘चैट जीपीटी’ (जनरेटिव प्री-ट्रेंड ट्रान्सफॉर्मर) इस टेक्नोलॉजी सिस्टम की ओर से हिन्दुओं के धर्मग्रंथों को अपमान किए जाने की बात सामने आई है । यह टेक्नोलॉजी सिस्टम ‘आर्टिफीशियल इंटेलिजेन्स’ का कार्य करता है । यह एक रोबोट समान प्रणाली है । हमारे सभी प्रश्नों का उत्तर दे सकती है । किसी को छुट्टी के लिए आवेदन देना हो, तो तुरंत लिखा जा सकता है । इसी प्रकार के प्रत्येक कार्य करने की क्षमता इस प्रणाली में है ।

१. अब इसी प्रणाली में श्रीराम, लक्ष्मण, सीता, भगवान बुद्ध आदि देवता, साथ ही रामायण जैसे धर्मग्रंथों के विषय में अपमान करने वाले चुटकुले सुनाए जा रहे हैं; लेकिन दूसरी ओर बायबल, कुरान, ईसा मसीह आदि के विषय में चुटकुले पूछने पर यह आपत्तिजनक प्रश्न होने का उत्तर यह प्रणाली देती है । इसका अर्थ हिन्दुओं के धर्मग्रंथों के विषय में चुटकुले इस प्रणाली में हैं; लेकिन अन्य धर्मों के विषय में नहीं है । इससे ध्यान में आता है कि हिन्दू धर्म का जानबूझ कर अपमान किया जा रहा है ।

२. रामायण के विषय में चुटकुला पूछने पर ‘चैट जीपीटी’ प्रणाली चुटकुला सुनाती है; लेकिन उस समय ‘यह ध्यान में रखना चाहिए कि, रामायण ,यह हिन्दुओं का धार्मिक ग्रंथ है, उसका सम्मान रखना चाहिए’, ऐसा बताती है । अन्य धर्मों के विषय में चुटकुले पूछने पर चुटकुला न सुनाकर प्रश्न अयोग्य होने का बताती है; अर्थात इस प्रणाली को रामायण का महत्व ज्ञात होते हुुए भी यह इस संबंध में चुटकुले सुनाती है । यह प्रणाली उसकी कोडिंग के अनुसार उत्तर देती रहती है । इस कारण उसकी कोडिंग करते समय हिन्दू धर्म के विषय पर प्रश्न पूछे जाने पर आपत्तिजनक उत्तर देने के लिए बताया गया है ।

संपादकीय भूमिका

केंद्र सरकार  को इस ओर तत्काल ध्यान देकर यह अपमान रोकने का प्रयास करना चाहिए !