धर्माचरण का महत्त्व आनेवाली पीढी तक पहुंचाना साधना है ! – सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी
धर्म से संबंधित मूलभूत बातें यदि हिन्दुओं को ज्ञात नहीं होंगी, तो सनातन धर्म की रक्षा कैसे हो पाएगी । इसलिए धर्म को समझ लेना, उसके अनुसार आचरण करना एवं उसका प्रसार करना आवश्यक है ।