वाराणसी में संस्कृत के विद्वान श्री. विद्यावाचस्पति त्रिपाठी ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर हुए जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त

मूल वाराणसी के धर्माभिमानी एवं संस्कृत भाषा एवं धर्मशास्त्र के गहन अध्ययनकर्ता श्री. विद्यावाचस्पति त्रिपाठी (आयु ८० वर्ष) ने ९ जून २०२२ को ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त करने की घोषणा, देहली में उनके निवासस्थान पर की गई । यह घोषणा सनातन के संत पू. संजीव कुमार ने की ।

युगप्रवर्तक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के अलौकिक चरित्र से युक्त विशिष्ट ग्रंथमाला !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के प्रथम ग्रंथ ‘अध्यात्मशास्त्र’ से अधिक मात्रा में चैतन्य प्रक्षेपित हो रहा है, यह दर्शानेवाली वैज्ञानिक जांच !

आज ही ‘डाउनलोड’ करें, सनातन के ‘ई-बुक’ स्वरूप में ग्रंथ !

स्वभावदोष (षड्रिपु)-निर्मूलनका महत्त्व एवं गुण-संवर्धन प्रक्रिया (अंग्रेजी), नामजप का महत्त्व (अंग्रेजी), त्योहार मनानेकी उचित पद्धतियां एवं अध्यात्मशास्त्र (हिन्दी)

‘सनातन दंतमंजन’ का औषधी उपयोग

सनातन दंतमंजन के नियमित उपयोग से मसूडे एवं दांत की दुर्बलता दूर होकर मसूडे और दांत मजबूत होते हैं । मसूडों की सूजन, उसमें से रक्त आना बंद होता है । दांतों की सडन रुककर दांतों का स्वास्थ सुधर जाता है, साथ ही दांत जड से मजबूत होते हैं ।

वर्ष २०४७ तक भारत को ‘इस्लामी राष्ट्र’ बनाने का षड्यंत्र उजागर !

हिन्दुओ ने ‘संविधानात्मक दृष्टि से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करेंगे’, ऐसा उद्घोष करनेपर उसका विरोध करनेवाली धर्मनिरपेक्षतावादियों की टोली अब मौन क्यों ? हिन्दुओं को वैध मार्ग से ऐसे लोगों को प्रश्न पूछना चाहिए !

लोकसभा सचिवालय द्वारा ‘गैर-संसदीय’ शब्दों की सूची घोषित !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रशासन का वर्षाकालीन अधिवेशन १८ जुलाई से आरंभ हो रहा है । संसद के वर्षाकालीन अधिवेशन के पूर्व लोकसभा सचिवालय द्वारा ‘गैर-संसदीय’ शब्दों की सूची प्रसारित की गई है ।

अरबपति का फिजूलखर्च बेटा और हिन्दू !

‘एक अरबपति का बेटा अपनी पूरी संपत्ती गंवा दे, उस प्रकार हिन्दुओं की पिछली पीढ़ियों ने पूरी धर्मसंपत्ती मिट्टी में मिला दी है !’

क्या यह कांग्रेस की आतंकवाद विरुद्ध नीति है ? – भाजपा

यदि अन्सारी सच बोल रहे हैं, तो इसका सीधा अर्थ निकलता है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने स्वयं ही गुप्त सरकारी जानकारी शत्रुराष्ट्र पाक के पत्रकार को दी । इसलिए राष्ट्रप्रेमी नागरिकों को लगता है कि कांग्रेस के संबंधित नेताओं को ढूंढकर ऐसे राष्ट्रद्रोही कृत्य के लिए उन्हें कठोरतम दंड देना चाहिए !

‘यदि कोई व्यक्ति १ सहस्र वर्ष भी जीवित रहे तो भी वह ३३३ करोड देवताओं को प्रसन्न नहीं कर पाएगा !’

यदि हिन्दुओं ने मुसलमानों के श्रद्धा स्थानों के विषय में ऐसी टिप्पणी की होती, तो हिन्दुओं के विरुद्ध फतवा निकाला जाता । अधिकांश मुसलमान इस बात का लाभ उठाते हैं कि हिन्दू सहिष्णु हैं । ऐसे लोगों को कारागृह में बंद करने के लिए विधान बनाना आवश्यक !

देश के २५ राज्यों में भारी वर्षा के कारण २१८ लोंगों की बलि : सर्वत्र जनजीवन अस्त-व्यस्त

महाराष्ट्र, गुजरात एवं मध्यप्रदेश राज्य बाढग्रस्त एवं चट्टान धराशायी होने से २१८ लोगों की मृत्यु हो गई । महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगड, राजस्थान, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक एवं केरल राज्यों में देश के २५ राज्यों में मुसलाधार वर्षा हो रही है ।