ज्योतिषशास्त्र की दृष्टि से हिन्दू राष्ट्र के लिए ग्रहों की स्थिति अनुकूल ! – आचार्य डॉ. अशोक कुमार मिश्र, सभापति, विश्व ज्योतिष महासंघ, बिहार

आचार्य मिश्र में शिष्यत्व अर्थात निरंतर सिखने की वृत्ति है । वे सिखने के माध्यम से आनंद का अनुभव करते हैं तथा उससे उनकी साधना भी होती है ।

हिन्दुओं के लिए हितकारी ‘थिंक टैंक’ बनाकर उसे गांव-गांवतक पहुंचाना होगा ! – डॉ. नील माधव दास, संस्थापक, तरुण हिन्दू , झारखंड

हिन्दुओं को अपनी स्वयं की विचारधारा निर्माण कर उसे गांव-गांवतक पहुंचाना होगा । इसके समन्वय के लिए हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति का गठन करना आवश्यक है ।

हिन्दू राष्ट्र की बौद्धिक स्तर की लडाई जीतने के लिए हिन्दुओं के विरोध के ‘नैरेटिव’ (कथानकों) को समझ लेना आवश्यक ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृती समिती

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में ‘संविधान एवं हिन्दू राष्ट्र’ विषय पर आयोजित उद्बोधन सत्र में ‘हिन्दू राष्ट्र विरोधियों की काल्पनिक कथानकों का प्रचार’ विषय पर संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे ।

काशी विश्वेश्वर की मुक्ति होगी, तब देश अखंड हिन्दू राष्ट्र होगा ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, सर्वोच्च न्यायालय एवं प्रवक्ता, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस

हम काशी विश्वेश्वर की मुक्ति का बडा ध्येय लेकर मार्गक्रमण कर रहे हैं । इसके लिए सभी हिन्दुओं को संगठित होकर इस संपूर्ण परिसर के सर्वेक्षण की मांग पर दृढता से डटे रहना है ।

आक्रांताओं द्वारा ध्वस्त किए गए देश के सभी मंदिरों का सरकार पुनरोद्धार करे !

संस्कृति की रक्षा होने के लिए मंदिरों को संजोया जाना चाहिए । इसके लिए गोवा में गोमंतक मंदिर महासंघ काम कर रहा है, जबकि महाराष्ट्र में महाराष्ट्र मंदिर महासंघ कार्य कर रहा है ।

रामनाथी, गोवा में वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव उत्साहपूर्ण वातावरण में प्रारंभ !

खालिस्तानी आतंकवाद, हिन्दुओं के त्योहारों के दिन होनेवाले दंगे, समलैंगिक विवाह का समर्थन, ‘लिव-इन-रिलेशनशीप’ के व्यभिचार को मान्य रखना, अश्लीलता में वृद्धि इस के साथ ही अनेक हिन्दुओं के सामने अनेक समस्याएं हैं । उस पर धर्मनिरपेक्ष राज्यव्यवस्था में भी कोई समाधान नहीं है । शाश्वत हिन्दू राष्ट्र ही इस पर समाधान है ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान!

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव

हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के हिन्दूहित के आंदोलनों को ‘सनातन प्रभात’ के कारण वैचारिक बल मिलता है ! – संदीप शिंदे, सहसंपादक, ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिक समूह

दैनिक ‘सनातन प्रभात’ने इस वर्ष रजतमहोत्सवीय अर्थात २५ वें वर्ष में पदार्पण किया है । व्या वर्षात पदार्पण केले आहे. हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के हिन्दूहित के आंदोलनों को ‘सनातन प्रभात’ के कारण वैचारिक बल मिलता है ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के समापन के अवसर पर हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा व्यक्त हृदयस्पर्शी मनोगत

आज से मैं अपना शेष जीवन हिन्दू राष्ट्र स्थापना की लडाई के लिए समर्पित करने के लिए शपथबद्ध हो रहा हूं ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सवरूपी आकाशगंगा के एकमात्र सूर्य सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी !

प्रतिभावान एवं चारित्र्यसंपन्न हिन्दुत्वनिष्ठों के संगठन इस वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव को आकाशगंगा की उपमा दी जा सकेगी । सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजर इस आकाशगंगा को साधना के ज्ञान के द्वारा प्रकाश देनेवाले एकमात्र स्वप्रकाशी सूर्य हैं ।