सांसद संजय राउत की बंदी को लेकर संसद में विपक्षियोेंं की ओर से हो-हल्ला

विरोधियोेंं ने भाजपा सरकार पर केंद्रीय अन्वेषण तंत्रों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है ।

बंगाल में झारखंड कांग्रेस के ३ विधायकों के यहां मिली करोडों रुपयों की नकदी !

सभी भ्रष्टाचारियों के संगठित होने पर राजनीतिक द्वेष से कभी तो कार्यवाही होती है ! देश का भ्रष्टाचार यदि वास्तव में जड से नष्ट करना है तो धर्माचरण करने वाले जनप्रतिनीधि होने चाहिएं !

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर किया ट्वीट निकाल दें ! – दिल्ली उच्च न्यायालय का कांग्रेस के नेताओं को आदेश

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उनकी लडकी पर गोवा के एक रेस्टोरेंट के प्रकरण में किए गए आरोप पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने कांग्रेस के नेताओं को फटकारते हुए इस संबंध में किया गया ट्वीट २४ घंटे में निकालने का आदेश दिया है ।

‘मैंने गलती से द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रीय पत्नी’ कहा !’

देश के सर्वाच्चपद पर आसीन व्यक्ति के संबंध में सार्वजनिक मंच से अशोभनीय वक्तव्य देने वाले नेता सामान्य नागरिकों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे, इस संबंध में विचार न करना ही श्रेयस्कर है ! ऐसे सांसद का होना जनता के लिए लज्जास्पद है !

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोनिया गांधी से दूसरी बार पूछताछ

वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार चल रही जांच का विरोध करने वाली कांग्रेस कानून द्रोही एवं जनताद्रोही है ! ध्यान दें कि कांग्रेसी कभी नहीं कहते कि ‘इस प्रकरण में दोषियों की जांच के उपरांत वास्तविकता जनता के सामने आना चाहिए ! किन्तु वे हिन्दुओं के प्रकरण में ऐसा दृष्टिकोण देने से नहीं चूकते !

भरतपुर (राजस्थान) में अवैध खनन के विरुद्ध आत्मदाह करने वाले संत विजय दास का निधन !

संतों की मृत्यु के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार ही उत्तरदायी है । इसके लिए वे कितना भी कठोर प्रायश्चित क्यों न लें, वह अल्प ही है । अब जनता को कांग्रेस सरकार को सत्ता से हटाना चाहिए !

कर्णावती (गुजरात) के बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा काँग्रेस के कार्यालय पर लिखा ‘हज हाऊस’ !

काँग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष द्वारा किए विधान कि ‘भारत की तिजोरी पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का’ का विरोध !

सोनिया गांधी से ‘ प्रवर्तन निदेशालय ´(ईडी) द्वारा पूछताछ !

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ´नेशनल हेराल्ड ´ के प्रकरण में २१ जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय में पूछताछ की गई । इस जांच के विरोध में कांग्रेस द्वारा ‘सत्याग्रह’ के नाम पर प्रदर्शन और आंदोलन किए गए ।

केंद्र सरकार से जुडी हुई संस्था ने स्वतंत्रता अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रकाशित मासिक पत्रिका में स्वतंत्रतावीर सावरकर के १३, जबकि म. गांधी के केवल ३ लेख सम्मिलित !

जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं, तब उन्होंने स्वतंत्रतावीर सावरकर के नाम एक डाक टिकट निकाला था, यह बात कांग्रेस कैसे भूल जाती है ?

खालिस्तानी आतंकवादी नेता भिंडरावाले को कांग्रेस प्रदान करती थी राजनीतिक एवं आर्थिक सुरक्षा !

इससे कांग्रेस का एक और राष्ट्रद्रोही कृत्य उजागर ! कृपया ध्यान दें कि न केवल खालिस्तानी आतंकवाद, अपितु जिहादी आतंकवाद को बढावा देने में  भी कांग्रेस द्वारा मुसलमानों की चापलूसी करना ही एक बहुत बडा कारण है !