‘भारत मुसलमानों के लिए रहने योग्य न होने के कारण मैंने अपने बच्चों को विदेश में ही रहने को बताया !’

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का देश को अपमानित करने वाला विधान !

राष्ट्रीय जनता दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी

पाटलिपुत्र (बिहार) – भारत, यह मुसलमानों के रहने लायक देश नहीं रहा । इस कारण मैंने विदेश में पढने वाले अपने बच्चों को वहीं नौकरी कर वहां की नागरिकता लेने को कहा है, ऐसा विधान सत्ताधारी राष्ट्रीय जनता दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने किया है । इस कारण उनके ऊपर टिप्पणी हो रही है ।

१. अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि, मुझे एक लडका और एक लडकी है । वर्तमान में लडका अमेरिका के हॉवर्ड विश्वविद्यालय में शिक्षा ले रहा है । लडकी ‘लंडन ऑफ इकोनोमिक्स’ से उत्तीर्ण हुई है । देश के वातावरण को देखते हुए मैंने अपने बच्चों को बताया है कि, वहां पर ही नौकरी करें । आपको वहां की नागरिकता मिलती है, तो ले लें । भारत की वर्तमान स्थिति को देखते हुए आपको यहां की परिस्थिति में असहजता होगी ।

२. सिद्दीकी के इस विधान पर बिहार के भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने टिप्पणी करते हुए कहा कि, सिद्दीकी जैसे लोग स्वयं को उदारमतवादी कहलवाते हैं; लेकिन उनकी विचारधारा मदरसे के लोगों जैसी है । वे अपने ही देश के विरोध में विष उगलते हैं ।

संपादकीय भूमिका

  • यदि सिद्दीकी को वास्तव में ऐसा ही लग रहा है, तो उन्हें स्वयं सहित सभी धर्म बंधुओं को विदेश में जाने के लिए कहना चाहिए ! कितने देश आपको रहने के लिए शरण देंगे, यह भी आपको समझ में आएगा !
  • रोहिंगिया मुसलमानों को म्यानमार से भगाने के उपरांत बांगलादेश के अतिरिक्त (वह भी मजबूरी में) किसी भी इस्लामी देश ने उनकी सहायता नहीं की, यह वस्तुस्थिति है, यह सिद्दीकी को सदा याद रखना चाहिए !