INC Karnataka Pro-PAK Slogans : राज्यसभा चुनाव में नसीर हुसैन की विजय के उपरांत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लगाए ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे !

भा.ज.पा. द्वारा प्रसारित चलचित्र के तथ्य सामने आ ही जायेंगे। भले ही कांग्रेस ने आरोपों को नकारा हो , किन्तु सुज्ञ जनता जानती है कि कांग्रेसियों का पाकिस्तान प्रेम ऐतिहासिक है । दक्षिण भारत को भारत से अलग करने का षड्यंत्र रचने वाले राजनेता भी कांग्रेस के ही हैं ।

President Droupadi Murmu : अयोध्या में श्रीराममंदिर निर्माण की आकांक्षा इस वर्ष पूर्ण हुई ! – राष्ट्रपति

राष्ट्रपति द्वारा श्रीराममंदिर का उल्लेख करते ही उपस्थित सांसदों ने टेबल पर हाथ पटक कर उनका अभिनंदन किया । 

राज्यसभा सांसदों के लिए शुक्रवार को नमाज के लिए दिया गया आधा घंटा रद्द !

जगदीश धनखड ने कहा कि इससे संबंधित नियमों में बदलाव १ वर्ष पूर्व किया गया है । लोकसभा और राज्यसभा के काम में समानता लाने के लिए यह निर्णय लिया गया है ।

मणिपुर के प्रकरण से संसद का कामकाज कुछ समय के लिए स्थगित !

सरकार चर्चा के लिए तैयार होते हुए भी विरोधी दलों द्वारा हो-हल्ला !

राज्यसभा ने मदरसों को आधुनिक बनाने हेतु विशेष निधि की मांग का प्रस्ताव अस्वीकार किया !

संसद में देश के मदरसे बंद करने का ही प्रस्ताव प्रस्तुत कर उसे बहुमत से सम्मत करने की आवश्यकता है !

देश के उच्च न्यायालय के २१६ न्यायमूर्तियों के पद रिक्त !

केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में जानकारी दी है कि ‘कॉलेजियम’ की अनुमति न मिलने से ये पद रिक्त हैं । कॉलेजियम एक सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय द्वारा विकसित की गई प्रणाली है ।वह न्यायमूर्तियों की नियुक्ति एवं स्थानांतर से संबंधित है ।

ऎसे संकेत मिले हैं जिससे ज्ञात होता है कि राम सेतु जैसी संरचना पहले अस्तित्व में थी !

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने राम सेतु को लेकर केंद्र सरकार के वक्तव्य की आलोचना की है । खेड़ा ने ट्वीट कर कहा कि सभी भक्त कान लगाकर सुनें और आंखें  खोल कर देखें; मोदी सरकार संसद में कह रही है कि राम सेतु का कोई साक्ष्य नहीं है ।

विगत ५ वर्षों में राज्यसभा के कार्यकाल का ५७ प्रतिशत समय व्यर्थ ! – सभापति व्यंकैय्या नायडू ने व्यक्त किया खेद !

संसद के प्रत्येक अधिवेशन में समय व्यर्थ जाने की अवधि बडी होती है; परंतु इसके लिए उत्तरदायी व्यक्तियों से दंड वसूल नहीं किया जाता अथवा कठोर कार्रवाई भी नहीं की जाती । इस कारण इस स्थिति में कभी सुधार नहीं होता ।

राज्यसभा में विरोधी सदस्यों के हंगामे के कारण सभापति व्यंकय्या नायडू की आंखों में आंसू !

ऐसी घटनाएं रोकने हेतु सभापति नायडू को भावुक होने की अपेक्षा कठोर बनकर हंगामा करनेवाले सदस्यों को निलंबित कर उनसे सदन के व्यर्थ हो चुके समय का खर्चा वसूलना चाहिए !