बंगाल में भाजपा के पदाधिकारियों की हत्या
बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार का राज्य के कानून एवं सुव्यवस्था के विषय में देश के निधर्मीवादी एवं आधुनिकतावादी राजकीय पक्ष मौन साध लेते हैं, यह ध्यान में रखें !
बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार का राज्य के कानून एवं सुव्यवस्था के विषय में देश के निधर्मीवादी एवं आधुनिकतावादी राजकीय पक्ष मौन साध लेते हैं, यह ध्यान में रखें !
सरकार में सम्मिलित होते ही अजित पवार को उपमुख्यमंत्रीपद का दायित्व सौंपा गया ।
तृणमूल कांग्रेस सरकार विसर्जित कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना ही बंगाल में हो रही इन घटनाओं पर एकमेव उपाय है ! ऐसी हत्या अन्य पक्षों के कार्यकर्ताओं की भाजपा सरकार के राज्यों में हुई होती, तो अब तक अन्य पक्षों ने आकाशपाताल एक कर दिया होता !
यहां रानी कमलापति रेलवे स्थानक से उन्होंने देश की ५ वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई ।
पंचायत स्तर के चुनावों के लिए केंद्रीय बल को तैनात करना पडता है, यह तथ्य स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी बिगड चुकी है । इसलिए केंद्र सरकार को बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए !
बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा होने के दिन से वहां हिंसा चालू हुई है । १७ जून के दिन केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक के वाहन काफिले पर आक्रमण किया गया ।
हिन्दू राष्ट्र किसी में भी फूट डालनेवाला नहीं, अपितु हिन्दुओं को न्याय अधिकार देनेवाला है, यह कांग्रेस को ध्यान में रखना चाहिए । हिन्दू राष्ट्र में किसी का भी अनावश्यक लाड-दुलार नहीं होगा, अपितु सभी को समान अधिकार होंगे !
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए भी धर्मांधों को ऐसा कृत्य करने का साहस कैसे होता है ?
प्रसिद्ध केरल चलचित् रनिर्देशक भाजपा की केरल प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य अली अकबर उपाख्य रामसिम्हन अबुबकर ने १६ जून को पक्ष से त्यागपत्र दे दिया । वह गत कुछ सप्ताहों में भाजपा में को त्यागने वाले चलचित्र उद्योग के तीसरे व्यक्ति हैं ।
इसे कहते हैं, ‘उल्टा चोर कोतवालको डांटे !’ पहले लव जिहाद करना और उसका विरोध होने पर इस प्रकार की धमकियां देना । ऐसी मानसिकतावाले लोगोंपर पुलिसकी कार्यवाही होनी अति आवश्यक है ।