राष्ट्रवादी कांग्रेस में विभाजन : अजित पवारसहित ९ नेता सरकार में सम्मिलित !

  • अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया : सभी को मंत्रीपद !

  • राष्ट्रवादी कांग्रेस के ५४ में से ३० विधायकों के समर्थन का अजित पवार का दावा !

  • छगन भुजबल, दिलीप वलसे-पाटील, धनंजय मुंडे आदि का समावेश !

  • महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड !


मुंबई – राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजित पवार २ जुलाई को अपने ९ विधायकों के साथ नाटकीय ढंग से शिंदे-फडणवीस सरकार में सम्मिलित हुए । सरकार में सम्मिलित होते ही अजित पवार को उपमुख्यमंत्रीपद का दायित्व सौंपा गया ।

अजित पवार के साथ छगन भुजबल, दिलीप वलसे-पाटील, धनंजय मुंडे, आदिती तटकरे, हसन मुश्रीफ, धर्मारावबाबा आत्राम, संजय बनसोडे एवं अनिल भाईदास पाटील इन नेताओं ने भी राष्ट्रवादी कांग्रेस छोडकर सरकार में प्रवेश किया । महाराष्ट्र के राज्यपाल बैस ने इन सभी नेताओं को मंत्रीपद की शपथ दिलाई । इस घटना के कारण महाराष्ट्र की राजनीति में खलबली मची है तथा इससे राज्य की राजनीति में नया मोड आएगा ।

अजित पवार के आवास पर कुछ विधायकों एवं कार्यकर्ताओं की बैठक हुई । उसके उपरांत उन्होंने तत्काल राजभवन जाकर राज्यपाल से मिलकर सरकार को समर्थन दिया । इस समय उनके साथ उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे । इससे राष्ट्रवादी कांग्रेस में विभाजन हुआ है तथा इसे राष्ट्रवादी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार को बडा झटका माना जा रहा है ।

अजित पवार की अप्रसन्नता बना कारण !

अजित पवार ने कुछ दिन पूर्व ही शरद पवार से नेता प्रतिपक्ष के दायित्व से मुक्त कर संगठन का दायित्व मांगा था । उसके उपरांत अजित पवार की उन्हीं के दल में घुटन होने की चर्चा आरंभ हुई ।

 ३० विधायकों का समर्थन होने का दावा !

राष्ट्रवादी कांग्रेस के अनेक विधायक एवं नेता इस शपथग्रहण समारोह में उपस्थित थे ।

अजित पवार ने उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस के कुल ५४ में से ३० विधायकों का समर्थन होने का दावा किया ।

राष्ट्रवादी कांग्रेस के रूप में शिवसेना-भाजपा को हमारा समर्थन ! – अजित पवार, उपमुख्यमंत्री

मुंबई – हमारे सभी जनप्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से शिवसेना-भाजपा सरकार को समर्थन देने का निर्णय लिया है । हमने राष्ट्रवादी कांग्रेस के रूप में यह समर्थन दिया है तथा हम भविष्य के सभी चुनाव राष्ट्रवादी कांग्रेस के नाम पर ही लडेंगे, यह जानकारी अजित पवार ने पत्रकार परिषद में दी ।

इस अवसर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रफुल्ल पटेल तथा छगन भुजबल भी उपस्थित थे ।

इसके आगे बुलेट ट्रेन की गति से राज्य का विकास होगा ! – एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्री

विकास की विचारधारावाले व्यक्ति ने विकास की राजनीति को साथ दी है । किसी राजनीतिक दल में कर्तृत्ववान कार्यकर्ता को कनिष्ठ स्थान दिया जाता है, तब ऐसी घटनाएं होती हैं ।

हमारी ‘डबल एंजिन’ की सरकार से अब तीसरा एंजिन जुड गया है । इसके आगे राज्य का विकास ‘बुलेट ट्रेन’ की गति से होगा ।

अजित पवार ने विकास का साथ दिया है । अब बहुत शीघ्र मंत्रिमंडल का विस्तार होगा ।

हमारे साथ रहनेवाले जनप्रतिनिधियों की संख्या का विचार कर अगले २-३ दिनों में हम अगली नीति बनाएंगे ! – शरद पवार, राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रवादी कांग्रेस

६ जुलाई को राष्ट्रवादी कांग्रेस के महाराष्ट्र के प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाई गई थी तथा उसमें हम पक्षसंगठन में परिवर्तन लाने पर विचार करनेवाले थे; परंतु उससे पूर्व ही कुछ सहयोगियों ने दल से भिन्न भूमिका ली । हमें कितने विधायकों का समर्थन प्राप्त है, यह अगले २ दिनों में स्पष्ट होगा । आनेवाले २-३ दिन में हमारे साथ बने रहे जनप्रतिनिधियों की संख्या के आधार पर हम आगे की रणनीति सुनिश्चित करेंगे, ऐसा वक्तव्य राष्ट्रवादी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने पत्रकार परिषद में दिया ।

शरद पवार ने आगे कहा कि कुछ विधायकों ने हमें बताया है कि उन्हें दूरभाष कर बिना कोई जानकारी दिए बुला लिया गया तथा सरकार के समर्थन में उनसे हस्ताक्षर लिए गए । वे अपनी भूमिका बहुत शीघ्र स्पष्ट करेंगे । हमारे जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए, उन्हीं नेताओं को अपने साथ लेकर भाजपा ने उन्हें निर्दाेष प्रमाणित करने का काम भाजपा ने किया है । २ दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया था । आज मंत्रीमंडल में राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायकों को सम्मिलित कर भाजपा ने प्रधानमंत्री का वक्तव्य तथ्यहीन था, यह दिखा दिया है । जिन पर आरोप हैं, उन्हें सरकार में लेने से लाभ हुआ । कल मैं कराड जाकर राज्य के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण की समाधि के दर्शन कर दल के प्रचार के लिए बाहर निकलनेवाला हूं । जो घटना हुई है, उसकी मुझे कोई चिंता नहीं है । वर्ष १९८० में दल छोडकर चले गए विधायकों की पराजय हुई । इस संदर्भ में भी वही चित्र पुनः दिखाई देगा ।’’

एकनाथ शिंदे के अयोग्य घोषित होने की संभावना के कारण भाजपा को अजित पवार का समर्थन लेना पडा ! – संजय राऊत, सांसद, ठाकरे गुट

वर्तमान राज्य की सरकार अस्थिर होने के कारण भाजपा को अजित पवार तथा अन्य विधायकों का समर्थन लेना पडा । बहुत शीघ्र एकनाथ शिंदेसहित १६ विधायक अयोग्य प्रमाणित होंगे; इसलिए उन्होंने यह नया आधार बना लिया है ।

इनमें से अनेक लोग ऐसे हैं, जिनके विरुद्ध भाजपा ने अभियान चलाया था । एकनाथ शिंदे अधिक समयतक मुख्यमंत्रीपद पर नहीं रहेंगे, यह इससे स्पष्ट होता है । महाराष्ट्र की जनता इसका समर्थन नहीं करती ।