पीडित हिन्दुओं से भेंट करने गए राष्ट्रीय मानवाधिकार समिति को पुलिस ने रोका !

बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की हिन्दूद्रोही एवं कानूनद्रोही सरकार ! अब तो केंद्र सरकार को बंगाल के हिन्दुओं की रक्षा के लिए राष्ट्रपति शासन लागू करना आवश्यक है !

(इनकी सुनिए…) ‘मुगलों द्वारा ८०० वर्षों तक भारत पर शासन करने से उनका इतिहास मिटाया नहीं जा सकता !’

हिन्दुओं पर अत्याचार करनेवाले मुगलों से मुसलमान प्रेम व्यक्त करते हैं, तब भी ‘हिन्दुओं को मुसलमानों के साथ धर्मनिरपेक्षता से आचरण करना चाहिए’, ऐसी अपेक्षा करते हैं, यह संतापजनक !

भारत में हिन्दुओं के त्यौहार पुलिस सुरक्षा में क्यों मनाने पडते हैं ? – ‘वॉइस ऑफ बांग्लादेशी हिन्दूज’ का प्रश्न

भारत में श्रीरामनवमी की शोभायात्राओं पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा हुए आक्रमणों के उपरांत हनुमान जयंती की शोभायात्राओं को सुरक्षा दी गई थी । इस पृष्ठभूमि पर यह ट्वीट किया गया है ।

उत्तराखंड में दूसरी कक्षा की अंग्रेजी की पुस्तक में माता तथा पिता का ‘अम्मी’ तथा ‘अब्बू’, मुस्लिम समान उल्लेख !

एक विद्यार्थी के अभिभावक मनीष मित्तल ने इस विषय में जिलाधिकारी को परिवाद कर यह पाठ हटाने तथा अंग्रेजी भाषा समान ‘मदर’ तथा ‘फादर’ उल्लेख करने की मांग की है ।

प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह को बंदी बनाया एवं छोडा !

हिन्दुओं की धार्मिक फेरियां यदि मस्जिद मार्ग से जाएं, तो कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा आक्रमण किया जाता है, कट्टरपंथियों को पुलिस ने सावधानी के रूप में बंदी बनाया, क्या कभी ऐसा सुना है ? यदि पुलिस इतनी तत्पर होती, तो हिन्दुओं की फेरियों पर एक भी आक्रमण न हुआ होता

(और इनकी सुनिए…) ‘भारत में मुसलमानों को जानबूझकर लक्ष्य किया जा रहा है !’ – ओ.आई.सी.

ओ.आई.सी. का वक्तव्य कट्टर मानसिकता का उदाहरण है ! – भारत ने लगाई फटकार !

बिहार में कट्टर मुसलमानों के दंगों में हिन्दुओं को करोडों रुपए की हानि !

बिहार में जनता दल (संयुक्त) तथा राजद के हिन्दू विरोधी गठबंधन के कारण धर्मांध खुले घूमें, तो उसमें क्या आश्चर्य  ?

(अब इनकी सुनिए….) ‘भारत कभी भी हिन्दू राष्ट्र नहीं हो सकता !’ – विधायक इकबाल महमूद, समाजवादी पार्टी

महमूद जैसे कट्टर राजनीतिज्ञ चाहे कुछ भी कर लें, भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी ही, वे यह समझ लें !

देहली में भगवा ध्वज का अपमान करने वाले अजीम को बंदी बनाया !

अजीम के विरोध में धारा १५३ अ (दो धार्मिक समूहों में घृणा निर्माण करना) और धारा २९५ अ (जानबूझकर एक धार्मिक समूह के आस्था केंद्र का अपमान करना) इन धाराओं के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट कर पुलिस ने उसे बंदी बनाया ।

हुगली (बंगाल) में पुन: हिंसा !

तृणमूल कांग्रेस के बंगाल में कानून और सुरक्षा व्यवस्था के तीन तेरा! केंद्र सरकार को अब हस्तक्षेप करना ही चाहिए और बंगाल में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए !