पीडित हिन्दुओं से भेंट करने गए राष्ट्रीय मानवाधिकार समिति को पुलिस ने रोका !
बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की हिन्दूद्रोही एवं कानूनद्रोही सरकार ! अब तो केंद्र सरकार को बंगाल के हिन्दुओं की रक्षा के लिए राष्ट्रपति शासन लागू करना आवश्यक है !
बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की हिन्दूद्रोही एवं कानूनद्रोही सरकार ! अब तो केंद्र सरकार को बंगाल के हिन्दुओं की रक्षा के लिए राष्ट्रपति शासन लागू करना आवश्यक है !
हिन्दुओं पर अत्याचार करनेवाले मुगलों से मुसलमान प्रेम व्यक्त करते हैं, तब भी ‘हिन्दुओं को मुसलमानों के साथ धर्मनिरपेक्षता से आचरण करना चाहिए’, ऐसी अपेक्षा करते हैं, यह संतापजनक !
भारत में श्रीरामनवमी की शोभायात्राओं पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा हुए आक्रमणों के उपरांत हनुमान जयंती की शोभायात्राओं को सुरक्षा दी गई थी । इस पृष्ठभूमि पर यह ट्वीट किया गया है ।
एक विद्यार्थी के अभिभावक मनीष मित्तल ने इस विषय में जिलाधिकारी को परिवाद कर यह पाठ हटाने तथा अंग्रेजी भाषा समान ‘मदर’ तथा ‘फादर’ उल्लेख करने की मांग की है ।
हिन्दुओं की धार्मिक फेरियां यदि मस्जिद मार्ग से जाएं, तो कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा आक्रमण किया जाता है, कट्टरपंथियों को पुलिस ने सावधानी के रूप में बंदी बनाया, क्या कभी ऐसा सुना है ? यदि पुलिस इतनी तत्पर होती, तो हिन्दुओं की फेरियों पर एक भी आक्रमण न हुआ होता
ओ.आई.सी. का वक्तव्य कट्टर मानसिकता का उदाहरण है ! – भारत ने लगाई फटकार !
बिहार में जनता दल (संयुक्त) तथा राजद के हिन्दू विरोधी गठबंधन के कारण धर्मांध खुले घूमें, तो उसमें क्या आश्चर्य ?
महमूद जैसे कट्टर राजनीतिज्ञ चाहे कुछ भी कर लें, भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी ही, वे यह समझ लें !
अजीम के विरोध में धारा १५३ अ (दो धार्मिक समूहों में घृणा निर्माण करना) और धारा २९५ अ (जानबूझकर एक धार्मिक समूह के आस्था केंद्र का अपमान करना) इन धाराओं के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट कर पुलिस ने उसे बंदी बनाया ।
तृणमूल कांग्रेस के बंगाल में कानून और सुरक्षा व्यवस्था के तीन तेरा! केंद्र सरकार को अब हस्तक्षेप करना ही चाहिए और बंगाल में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए !