(इनकी सुनिए…) ‘मुगलों द्वारा ८०० वर्षों तक भारत पर शासन करने से उनका इतिहास मिटाया नहीं जा सकता !’

नैशनल कॉन्फरेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला को क्रूर मुसलमान आक्रमणकारियों से लगाव !

फारूक अब्दुल्ला (दाएं)

श्रीनगर – पाठ्यपुस्तकों से मुगलों का इतिहास हटाया गया; परंतु जिन मुगलों ने यहां ८०० वर्षों तक शासन किया, उनको लोग कैसे भूलेंगे ? उनका इतिहास मिटाया नहीं जा सकता, नैशनल कॉन्फरेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने ऐसी अनर्गल बात कही । ‘एन.सी.ई.आर.टी.’ (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) के १२ वीं के इतिहास, हिन्दी एवं नागरिकशास्त्र विषयों से मुगलों के महिमा मंडन करनेवाले पाठ हटा दिए गए हैं । उस विषय में पत्रकारों के प्रश्‍न का उत्तर देते हुए अब्दुल्ला ने उपरोक्त मत व्यक्त किया ।

१. अब्दुल्ला ने आगे कहा कि लोग बाबर, अकबर, शाहजहां, औरंगजेब एवं जहांगीर को कैसे भूल सकते हैं ? जब लोग ताजमहल देखने जाएंगे, तब लोगों को ‘उसका निर्माण किसने किया ?’, इस पर क्या कहेंगे ? लाल किले का इतिहास आप कैसे छुपाएंगे ? हम हों अथवा न हों, परंतु इतिहास वही होगा ।

२. एन.सी.ई.आर.टी. के पाठ से मुगलों से संबंधित पाठ हटाने के उपरांत अनेक मुसलमान नेताओं ने उसका विरोध किया है । इससे पूर्व समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल मसूद ने इस निर्णय का विरोध करते हुए कहा था, ‘मुगलों का इतिहास पूरे विश्व में पढाया जाता है । पाठ्यपुस्तकों से उनका इतिहास हटाने से कुछ नहीं होगा ।’

(सौजन्य : The News)

संपादकीय भूमिका 

  • मुगलों द्वारा हिन्दुओं पर किए अत्याचारों को हिन्दू कैसे भूल सकते हैं ? इसलिए पाठ्यपुस्तकों से उनके महिमा मंडन के पाठ छोडकर वे कितने क्रूर थे, छात्रों को यही पढाएं, ताकि उनको वास्तविक इतिहास ज्ञात हो !
  • हिन्दुओं पर अत्याचार करनेवाले मुगलों से मुसलमान प्रेम व्यक्त करते हैं, तब भी ‘हिन्दुओं को मुसलमानों के साथ धर्मनिरपेक्षता से आचरण करना चाहिए’, ऐसी अपेक्षा करते हैं, यह संतापजनक !