उत्तरकाशी (उत्तराखंड) में ‘लव जिहाद’ के विरुद्ध हिन्दुओं की महापंचायत स्थगित !

क्या प्रशासन को  हिन्दूऒॱ का संगठित होना सहन नहीं हो रहा है ? यदि हिन्दू समाज उत्पीडन के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए स्वयं को संगठित करता है, तो प्रशासन के पेट में वेदना क्यों होती है ?

‘जय श्रीराम’ की घोषणा करनेवाले ६ विद्यार्थियों को पाठशाला के बाहर कर दिया !

हिन्दू बहुसंख्यक भारत में ‘जय श्रीराम’ की घोषणा करनेवाले ६ विद्यार्थियों पर कार्यवाही होना हिन्दुओं की आवाज दबाने का ही प्रयास है !
देशद्रोही घोषणा करनेवालों के विरुद्ध कभी एक शब्द भी नहीं कहा जाता, यह ध्यान में लें !

इरम सैफी उपाख्य ‘नेहा’ ने विधवा हिन्दू महिला से मित्रता कर उसके मुस्लिम मित्रों को हिन्दू महिला पर सामूहिक लेंगिक शोषण करने को बाध्य किया !

हिन्दुओ, लवजिहाद वस्तुस्थिति है एवं वह आपके नगर में भी घटित हो रही है, यह जानें ! अब इसके विरुद्ध संगठित रूप से आवाज उठाने का समय है, यह ध्यानमें लेकर सरकार को ‘लवजिहाद’ तथा ‘धर्मपरिवर्तन’ के विरुद्ध कडा कानून करने को विवश करें !

(और इनकी सुनिए ) ‘लडकी ऐसी चीज है कि विश्वामित्र जैसे लोग भी लडखडा सकते हैं !’ – सरवर चिश्ती

अजमेर दरगाह सेवक संघ के सचिव सरवर चिश्ती का चलचित्र ‘अजमेर ९२’ के विरुद्ध अशोभनीय वक्तव्य !

लांजा (जिला रत्नागिरी, महाराष्ट्र)में धर्मांध ने रखा टिपू सुल्तान का महिमामंडन करनेवाला ‘स्टेटस’

महाराष्ट्र में औरंगजेब एवं टिपू सुल्तान का खुलेआम महिमामंडन करने की एक के पश्चात एक घटित घटनाएं तो हिन्दुओं का दमन कर दंगे भडकाने का जिहादियों का षड्यंत्र ही कहना पडेगा ! समाज में शांति बनाए रखने के लिए सरकार को ऐसी प्रवृत्तियों पर समय रहते ही लगाम लगानी चाहिए !

(और इनकी सुनिए… ) ‘भैंस को काट सकते हैं, तो गाय को क्यों नहीं ?’ – पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश

भारत में प्रत्येक हिन्दू को गाय का महत्त्व ज्ञात है तथा गाय के विषय में भावनाएं भी ज्ञात है; परंतु वेंकटेश जानबूझकर मुस्लिमों की चापलूसी, हेतु ऐसा वक्तव्य देते हैं, यह ध्यान में आता है !

उत्तराखंड के मंत्री पर ‘या खुदा’ कहते हुए मुसलमान युवक ने किया आक्रमण का प्रयास !

जब धर्मांध मुसलमान हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण करता है, तब पुलिस द्वारा सदैव उसके मानसिक रोगी होने का दावा किया जाता है । ऐसा ही दावा इस युवक के परिजन कर रहे हैं । यह षड्‌यंत्र का ही एक प्रकार है, यही स्पष्ट होता है !

(अब इनकी सुनिये…) ‘मुस्लिम लीग संपूर्णतया धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दल !’

जिस राजनीतिक दल ने भारत का विभाजन किया, उस दल को राहुल गांधी किस आधार पर धर्मनिरपेक्ष प्रमाणित कर रहे हैं ?, यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिए ! मुस्लिम लीग यदि धर्मनिरपेक्ष दल हो, तो धर्मांध दल कौनसा है ?, इसकी अब खोज करनी पडेगी !

पुजारियों को ‘अर्धनग्न’ कहनेवाले छगन भुजबल को पादरी, मौलवी अथवा मुसलमान महिलाओं के बुरखे पर टिप्पणी करने का साहस है ?

पुजारियों को ‘अर्धनग्न’ कहते हुए उन्हेें नीचा दिखाने का दुस्साहस होता है । मक्का के ‘काबा’के दर्शन लेने के लिए जानेवाले सभी मुसलमान पुरुष ‘पुजारियों समान ही’ कमर के ऊपर वस्त्र नहीं पहनते, उन्हें ‘अर्धनग्न’ कहने का दुस्साहस भुजबल में है क्या ?

(इनकी सुनिए…) ‘सत्ताधारी दल समाज में मुस्लिम द्वेष पूरी चतुराई से निभाते हैं !’ – अभिनेता नसीरुद्दीन शाह

इतने वर्ष मुसलमानों का तुष्टीकरण कर कांग्रेस को मत मिले । धर्म के आधार पर लाभ उठाया जा रहा है, तो भी नसीरुद्दीन शाह को कभी धर्म का स्मरण नहीं हुआ, ऐसा क्यों ?