‘जय श्रीराम’ की घोषणा करनेवाले ६ विद्यार्थियों को पाठशाला के बाहर कर दिया !

  • नई मुंबई में अंग्रेजी माध्यम पाठशाला का धर्मद्रोही प्रकरण !

  • हिन्दुओं के आंदोलन के पश्चात पाठशाला के प्रशासन द्वारा क्षमायाचना !

आंदोलन करते हुए राजनीतिक पार्टियां तथा हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ता

नई मुंबई – वाशी के सेंट लॉरेंस अंग्रेजी माध्यम पाठशाला की कक्षा १० वीं के विद्यार्थियों के ‘जय श्रीराम’ की घोषणा करने के प्रकरण में ६ विद्यार्थियों को पाठशाला से निकाल दिया गया है । पाठशाला के प्रशासन द्वारा यह कार्यवाही की गई ।

उपर्युक्त प्रकरण के निषेधार्थ महाराष्ट्र नवनिर्माण विद्यार्थी सेना के साथ (‘मनविसे’ के साथ ) अन्य राजनीतिक पार्टियां तथा हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पाठशाला के सामने आंदोलन किया । इस अवसर पर पुलिस व्यवस्था नियुक्त की गई थी । विद्यार्थियों को पाठशाला से निकालने पर कार्यवाही के भय से विद्यार्थी अथवा अभिभावक आगे आकर बोलने के लिए तैयार नहीं थे; परंतु सामाजिक माध्यमों द्वारा यह विषय प्रसारित होने पर वातावरण संतप्त हुआ । १४ जून की सुबह ही मनविसे, भाजपा, पूरा हिन्दू समाज, शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ताओं ने पाठशाला के सामने ही ‘जय श्रीराम’ की घोषणाएं कीं, जिससे पूरा परिसर गूंज उठा । इस अवसर पर इस प्रकरण में पाठशाला को तुरंत क्षमायाचना कर इन ६ विद्यार्थियों को पाठशाला में पुन: लेने की मांग की गई । आंदोलनकारियों की आक्रामकता को देख कर पाठशाला प्रशासन ने नरमी की भूमिका अपनाते हुए तत्काल लिखित क्षमायाचना की । (यह है हिन्दुओं के संगठन का परिणाम ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) इस क्षमापत्र में कहा है कि मध्यावधि अवकाश में हो-हल्ला करनेवाले विद्यार्थियों को समझा दिया गया है । इस विषय में यदि किसी की भावनाएं आहत हुई हों, तो हम खेद व्यक्त कर रहे हैं । विद्यार्थियों की शिक्षा से संबंधित हानि न हो, इसका ध्यान रखा जाएगा ।

संपादकीय भूमिका 

  • हिन्दू बहुसंख्यक भारत में ‘जय श्रीराम’ की घोषणा करनेवाले ६ विद्यार्थियों पर कार्यवाही होना हिन्दुओं की आवाज दबाने का ही प्रयास है !
  • देशद्रोही घोषणा करनेवालों के विरुद्ध कभी एक शब्द भी नहीं कहा जाता, यह ध्यान में लें !