उत्तरकाशी (उत्तराखंड) में ‘लव जिहाद’ के विरुद्ध हिन्दुओं की महापंचायत स्थगित !

प्रशासन द्वारा धारा १४४ (जमावबंदी) लगाने का परिणाम !

उत्तरकाशी (उत्तराखंड) – उत्तरकाशी के पुरोला क्षेत्र में लव जिहाद के विरुद्ध १५ जून को आयोजित महापंचायत को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है । प्रशासन द्वारा परिसर में धारा १४४ (जमावबंदी) लगाने के आदेश के उपरांत यह निर्णय लिया गया है । पुलिस ने इसके आयोजकों तथा महापंचायत से संबंधित लोगों पर निरीक्षण रखना आरंभ कर दिया था ।

(सौजन्य: Times Of India) 

इस महापंचायत के माध्यम से लव जिहाद को रोकने के लिए कठोर कानून, हिमाचल प्रदेश जैसे भूमि कानून को लागू करना, चार धाम यात्रा में मुसलमानों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध, अपनी पहचान गुप्त रख कर राज्य में काम करने पर प्रतिबंध, वक्फ बोर्ड को भंग करना, सनातन मंडल की स्थापना आदि की मांग की जानी थी ।

महापंचायत के आयोजक स्वामी दर्शन भारती को एक कट्टर मुसलमान ने सर काटने की धमकी दी !

जब हिन्दू कट्टर मुसलमानों के विरुद्ध खडे होते हैं तो धर्मांध उनकी हत्या करने का प्रयास करते हैं । इससे वे हिन्दुओं में आतंक के बीज बोते हैं, इस आतंक को जड से मिटाने के लिए भाजपा सरकार को प्रयास करने की अत्यंत आवश्यकता है !

महापंचायत के आयोजक स्वामी दर्शन भारती को एक कट्टरपंथी मुसलमान ने सिर काटने की धमकी दी है । स्वामी दर्शन भारती ‘देवभूमि रक्षा अभियान’ के संस्थापक हैं । इस धमकी के उपरांत उन्हें पुलिस ने सुरक्षा प्रदान की है । इस संबंध में उन्हें कट्टरपंथियों द्वारा एक पोस्टर भेजा गया है । मुशर्रते इंकलाब नाम के धर्मांध व्यक्ति ने कहा, ‘पुरोला उत्तरकाशी में आपकी महापंचायत नहीं होनी चाहिए । राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा भाजपा के भगवा आतंकवादी हमारे लोगों में से किसी को क्षति पहुंचाते हैं, तो आपका मस्तक धड से अलग कर दिया जाएगा तथा उत्तराखंड से ‘गजवा-ए-हिन्द’ (भारत का विनाश) आरंभ कर दिया जाएगा ।’

साथ ही यह भी लिखा है कि सिर काटने वाले को ५ करोड रुपए दिए जाएंगे ।

संपादकीय भूमिका 

क्या प्रशासन को  हिन्दूऒॱ का संगठित होना सहन नहीं हो रहा है ? यदि हिन्दू समाज उत्पीडन के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए स्वयं को संगठित करता है, तो प्रशासन के पेट में वेदना क्यों होती है ?