पाकिस्तान में पाठशाला के बच्चों को भारत तथा हिन्दू विरोधी शिक्षा दी जाती है !

पाकिस्तान की जनता हिन्दू तथा भारत विरोधी होने का यह एक महत्त्वपूर्ण कारण है । पाकिस्तान से मित्रता करने की इच्छा रखनेवाले भारत के पाकिस्तान प्रेमियों को इस विषय में क्या कहना है ?

(और इनकी सुनिए…) ‘सिंध की भूमि सूफी फकीरों की है!’ अत: हिन्दू यहां होली नहीं खेल सकते ! – मौलाना महमूद

सिंध, जिससे भारत जाना जाता था, आज वहां हिन्दुओं की जो स्थिति है, वह हिन्दुओं के लिए अत्यंत लज्जास्पद है ! इस स्थिति में परिवर्तन करने के लिए हिन्दू राष्ट्र के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है !

अवयस्क हिन्दू लडकी को टॉफी का लालच देकर मस्जिद में ले जाकर छेडने वाले इमाम को गांववालों ने पीटा !

मस्जिदों में और मदरसों में क्या खुराफात चलती है, यह हमेशा ही सामने आता रहा है । इस कारण ऐसे मदरसों में ताले ठोंकने की आवश्यकता है !

सामाजिक माध्यमों से अल्ला को ‘क्रूर’ कहनेवाले हिन्दू लडके को बंदी बनाया !

भारत में मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण, देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड, देवताओं का अपमान, चोरियां आदि किए जाने पर भी उनके ऊपर तत्काल कठोर कार्यवाही नहीं होती है; लेकिन पाकिस्तान में हिन्दुओं को झूठे प्रकरणों में बंदी बनाया जाता है, यह ध्यान में लें !

कर्णावती (गुजरात) में ‘कार्निवाल’ के समय ‘सांटाक्लॉज’ बन कर ईसाई धर्म के धर्मांतरण का प्रयास !

हिंदुओं के लिए यह अत्यंत लज्जास्पद है कि बहुसंख्यक हिंदू देश में वे सार्वजनिक स्तर पर हिंदुओं का धर्मांतरण करने के प्रयत्न होते हैं किन्तु  ऎसे कृत्य करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं होती !

मुंबई बन रही है मुसलमानबहुल !

क्या यह हिन्दूबहुल महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के लिए संकट का संकेत नहीं है ?, इस पर सभी हिन्दू गंभीरता से विचार करें !

भारतीय क्रिकेट खिलाडी मोहम्मद शमी द्वारा दशहरा की शुभकामनाएं देने से उनके धर्मबंधुओं द्वारा सामाजिक माध्यमों पर टिप्पणी

अब धर्मनिरपेक्षतावादी क्यों नहीं बोलते ?

हरिद्वार में कावड यात्रा मार्ग में नमाज पढने वाले ८ लोगों को हिरासत में लिया !

कभी भी कोई भी कारण बनाकर हिन्दुओं पर आक्रमण करने वाले धर्मांधों का कावड यात्रा के समय और वो भी हरिद्वार जैसे तीर्थ क्षेत्र में दंगा करवाने का षडयंत्र न हो ?

‘नूपुर शर्मा जैसे लोगों का सिर कलम करें !’

भारत सरकार और इस्लामिक देश इस प्रकार के बयान देने वालों के विरोध में क्यों नहीं बोलते ?

‘आप गुप्तांगों की पूजा क्यों करते हैं ? आपका उससे क्या संबंध ?’

हिन्दुओें के आस्थाकेंद्रों के विषय में ऐसे विधान करनेवालों के विरोध में भारत सरकार कब कार्यवाही करेगी ? ऐसों पर पुलिस स्वयं से अपराध प्रविष्ट कर कार्यवाही क्यों नहीं करती ? हिन्दुओं के संगठन इस विषय में निष्क्रिय क्यों हैं ?