(और इनकी सुनिए…) ‘सिंध की भूमि सूफी फकीरों की है!’ अत: हिन्दू यहां होली नहीं खेल सकते ! – मौलाना महमूद

पाकिस्तान में जमीयत उलेमा-ए-इस्लामी की बैठक में मौलाना महमूद की धमकी !

मौलाना राशिद महमूद

इस्लामाबाद – सिंध में हिन्दू होली नहीं खेल सकते। यह जगह दिल्ली या मुंबई नहीं है । यहां केवल पैगंबर मुहम्मद का दिन मनाया जाएगा । यह भूमि सूफी फकीरों की है । मौलाना राशिद महमूद ने हिन्दू विरोधी वक्तव्य देते हुए कहा है कि हम अमुस्लिमों को त्योहार मनाने की अनुमति नहीं दे सकते। उनके वक्तव्य का एक चलचित्र ट्विटर खाता ‘पाकिस्तान अनटोल्ड’ ने प्रकाशित किया था । मौलाना महमूद ने येवक्तव्य पाकिस्तान में जिहादी संगठन जमीयत उलेमा-ए-इस्लामी की बैठक में दिया । वह इस संगठन के सिंध प्रांत के सचिव हैं । वह जामिया इस्लामिया, लरकाना के वाइस प्रिंसिपल भी हैं ।चलचित्र में दर्शकों को उनके वक्तव्य के समर्थन में तालियां बजाते हुए दिखाया गया है ।

१. सामाजिक माध्यमों पर मौलाना की आलोचना भी हो रही है । पाकिस्तान की एक महिला पत्रकार वींगास ने कहा, ‘ये वक्तव्य चकित करने वाले हैं। हिन्दू सिंध की धरती के पुत्र हैं । सिंध प्रेम और शांति की भूमि है ।  मौलाना को इन वक्तव्यों के लिए क्षमा याचना करनी चाहिए ।”

२. पाकिस्तान में होली खेलने पर पंजाब और कराची के विश्वविद्यालयों में भी हिन्दू छात्रों को पीटा गया । साथ ही होली के दिन हिन्दू डॉक्टर धर्मदेव राठी को उनके वाहन चालक हनीफ द्वारा चाकू मारकर हत्या करने की घटना सामने आई है।

संपादकीय भूमिका 

सिंध, जिससे भारत जाना जाता था, आज वहां हिन्दुओं की जो स्थिति है, वह हिन्दुओं के लिए अत्यंत लज्जास्पद है ! इस स्थिति में परिवर्तन  करने के लिए हिन्दू राष्ट्र के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है!