पाकिस्तान की शैक्षणिक संस्थाओं में होली मनाने पर प्रतिबंध !

पाकिस्तान में भविष्य में ‘हिन्दू´ का अस्तित्व ही मिटा दिया जाएगा । इसलिए वहां हिन्दुओं का कोई भी त्योहार न मनाया जाए, ऐसी स्थिति शीघ्र आ जाए तो आश्चर्य नहीं होगा ।

कनाडा सरकार की ओर से भारतीय विद्यार्थियों के हद पार करने के आदेश को स्थगिति 

कनाडा सरकार ने भारतीय विद्यार्थी लवप्रीत सिंह को १३ जून तक देश छोडने का आदेश दिया था । इस आदेश के उपरांत भारतीय विद्यार्थियों ने वहां प्रदर्शन चालू किए थे ।

बनावटी (नकली) दस्तावेज के कारण कैनडा के ७०० भारतीय विद्यार्थियों को देश छोडने की सूचना !

ऐसी परिस्थिति में पंजाब के अनिवासी भारतीय प्रकरणों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को इसमें हस्तक्षेप करने की विनती की है ।

प्रतियोगी परीक्षा प्रादेशिक भाषाओं में लें !

देहली उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट
विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी भाषा की अडचन होने का दावा

दमोह (मध्य प्रदेश) की निजी (प्राईवेट) पाठशाला में हिन्दू लडकियों ने हिजाब समान पाोशाक धारण किया !

सरकार द्वारा जांच का आदेश !

केरल के ईसाई एवं इस्लामी विद्यालयों द्वारा ‘डार्विन थ्योरी’ पाठ्यक्रम का विरोध !

इससे सिद्ध होता है कि साम्यवादी सरकार को हिन्दुओं के मतों का कोईमूल्य नहीं । अब हिन्दुओं को संगठित होकर कम्युनिस्टों पर दबाव डालना चाहिए कि मुगलों का इतिहास दोबारा न पढाया जाए !

परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर आंध्रप्रदेश में ९ विद्यार्थियों की आत्महत्या !

आत्महत्या करनेवालों में अल्प गुण प्राप्त विद्यार्थियों का भी समावेश

उत्तराखंड में दूसरी कक्षा की अंग्रेजी की पुस्तक में माता तथा पिता का ‘अम्मी’ तथा ‘अब्बू’, मुस्लिम समान उल्लेख !

एक विद्यार्थी के अभिभावक मनीष मित्तल ने इस विषय में जिलाधिकारी को परिवाद कर यह पाठ हटाने तथा अंग्रेजी भाषा समान ‘मदर’ तथा ‘फादर’ उल्लेख करने की मांग की है ।

इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने छात्रों से वास्तविक इतिहास छुपाया ! – डॉ. एस.एल. भैरप्पा, ज्येष्ठ साहित्यकार

पाठ्यक्रम से भारत का विकृत इतिहास सिखाकर कांग्रेस ने युवा पीढी की अपरिमित हानि की है । उसकी भरपाई करने के लिए भाजपा सरकार, भारत के बुद्धीजीवी एवं विचारवानों को बडे स्तर पर प्रयास करना आवश्यक !

बंगलुरू के विद्यालयों में विद्यार्थियों के बैग में मिले निरोध, गर्भनिरोधक गोलियां और सिगरेट !

बच्चों पर संस्कार करने के लिए अभिभावक उनको विद्यालय में भेजते हैं; लेकिन वे वहां क्या करते हैं, यह इस घटना से ध्यान में आता है । घर, विद्यालय और समाज में बच्चों पर योग्य संस्कार होने के लिए प्रयास करने के लिए वहां वैसा वातावरण भी निर्माण करने की आवश्यकता है !