(और इनकी सुनिए…) ‘औरंगजेब अच्छा प्रशासक था !’ – समाजवादी दल के विधायक अबू आजमी

समाजवादी दल के विधायक अबू आजमी का हिन्दूद्वेषी वक्तव्य !

समाजवादी दल के विधायक अबू आजमी

मुंबई – औरंगजेब अच्छा प्रशासक था । उसके कार्यकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान से लेकर ब्रह्मदेश तक थी । उसके कार्यकाल में भारत को ‘सोने की चिडिया’ कहा जाता था । औरंगजेब के कार्यकाल में भारत की जीडीपी २४ प्रतिशत थी । उसके कारण ही अंग्रेज भारत में आए, ऐसा वक्तव्य समाजवादी दल के विधायक अबू आजमी ने राज्य के बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा परिसर में प्रसारमाध्यमों से बात करते हुए किया ।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में अनुचित ढंग से औरंगजेब की छवि प्रस्तुत की जा रही है । औरंगजेब ने उसके कार्यकाल में अनेक मंदिरों का निर्माण किया था । औरंगजेब क्रूर प्रशासक नहीं था तथा उस काल की लडाईयां धर्म के लिए अथवा हिन्दू-मुसलमान इस प्रकार से नहीं थीं ।

छत्रपति संभाजी महाराज के विषय में प्रश्न सुनकर अबू आजमी भाग गए !

प्रसारमाध्यम प्रतिनिधिओं ने अबू आजमी से ‘औरंगजेब ने जिस प्रकार छत्रपति संभाजी महाराज की हत्या की, क्या वह उचित थी ?’, यह प्रश्न पूछा; परंतु वे इसका उत्तर दिए बिना वहां से चले गए ।

मान्यवरों की प्रतिक्रिया

महापापी औरंगजेब को उत्तम प्रशासक बोलनेवाले अबू आजमी को लज्जा आनी चाहिए ! – एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

औरंगजेब ने हिन्दुओं पर अन्याय-अच्याचार किए, हिन्दुओं के मंदिर तोडे, हिन्दू महिलाओं का शीलभ्रष्ट किया तथा हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन किया । ऐसा औरंगजेब अच्छा प्रशासक कैसे हो सकता है ? उसे ऐसा कहना दुर्भाग्यपूर्ण है । इसके विपरीत औरंगजेब महापापी था । उसकी प्रशंसा करनेवाले अबू आजमी को लज्जा आनी चाहिए । देशभक्तों तथा राष्ट्रपुरुषों का अनादर करने के लिए अबू आजमी क्षमा मांगे । हम छत्रपति संभाजी महाराज का अनादर सहन नहीं करेंगे ।

अबू आजमी को इतिहास ज्ञात नहीं है ! – राम कदम, विधायक , भाजप

विधायक राम कदम

अबू आजमी को इतिहास ज्ञात नहीं है । उनका वक्तव्य अनुचित है । कल जब वे सदन में आएंगे, तब मैं उन्हें इतिहास की पुस्तक देनेवाला हूं । औरंगजेब ने किस प्रकार हमारे छत्रपति संभाजी महाराज को बंदी बनाकर रखा तथा किस प्रकार उनका अमानवीय उत्पीडन किया ?, क्या यह अबू आजमी को ज्ञात नहीं है ?

औरंगजेब के विषय में वक्तव्य देनेवाले क्या सुपारी लेकर बोलते हैं ? – आदित्य ठाकरे, विधायक, ठाकरे गुट

औरंगजेब के विषय में ऐसे वक्तव्य देनेवाले क्या सुपारी लेकर विवाद की चिंगारी भडकाते हैं ?, यह देखना पडेगा । इस प्रकार से अनादर करनेवालों पर कार्यवाई की जानी चाहिए ।

संपादकीय भूमिका 

  • औरंगजेब का हिन्दूद्वेष इतिहास में दिया गया है । उसने अनेक मंदिरों का विध्वंस किया । उसने अपने भाई को कपट से मार डाला, अपने पिता को कारागृह में डालकर स्वयं बादशाह का पद प्राप्त किया । ऐसा औरंगजेब उत्तम प्रशासक कैसे हो सकता है । वह क्रूरकर्मी ही था, यह सभी हिन्दू जानते हैं !
  • वर्तमान में जहां छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित ‘छावा’ फिल्म बहुत लोकप्रिय हुई है, साथ ही सभी के सामने औरंगजेब की क्रूरता उजागर हुई है, ऐसे में अबू आजमी इस प्रकार से बेबाकी के साथ वक्तव्य कैसे दे सकते हैं ? इसका अर्थ उन्हें किसी बात का भय नहीं लगता !
  • छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में औरंगजेब का समर्थन करनेवालों पर कार्यवाई ही होनी चाहिए !
  • ‘छावा’ फिल्म देखनेवाले हिन्दुओं को केवल फिल्म की प्रशंसा कर शांत रहने की अपेक्षा संगठित होकर औरंगजेब का समर्थन करनेवाले अबू आजमी का लोकतांत्रिक पद्धति से विरोध कर छत्रपति संभाजी महाराज की भांति धर्मकर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए !