अब कोई हिन्दुओं को छेडेगा तो छोडेंगे नहीं ! – पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री
बागेश्वर के ये जागृत हिन्दू वर्ष २०२४ के जागृत हिन्दू हैं । ये अब वह हिन्दू नहीं रहे जो थप्पड़ लगने पर भाग जाते हैं ।’
बागेश्वर के ये जागृत हिन्दू वर्ष २०२४ के जागृत हिन्दू हैं । ये अब वह हिन्दू नहीं रहे जो थप्पड़ लगने पर भाग जाते हैं ।’
“सनातन भारत की नींव है, और सनातन पर प्रहार करना विनाश को आमंत्रित करना है। ‘बंटे थे तब कटे थे, अब बंटेंगे नहीं, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ की भावना से हमें कार्य करना है,” यह प्रतिपादन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से रांची (झारखंड) में हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का आयोजन
यह स्पष्ट है कि खालिस्तानी हिन्दू मंदिरों पर आक्रमण कर रहे हैं । कनाडा की पुलिस अपनी निष्क्रियता छुपाने के लिए मंदिर पर होने वाले कार्यक्रम को ही रद्द करने का प्रयास कर रही है, इससे पता चलता है !
ट्रूडो अब सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर रहे हैं कि कनाडा में खालिस्तानी हैं , तो ट्रूडो कार्यवाही करने के बजाय ऐसे खालिस्तान समर्थकों का समर्थन क्यों कर रहे हैं ?
जब आपको अपने पुत्र या पुत्री का विवाह करना होगा, तब जाति ढूंढिएगा; पर जब हिन्दुओं की एकता का प्रश्न आता है, तब प्रथम हिन्दू बनिए , उसके पश्चात जाति की बात करिए। ऐसा विधान भाजपा के सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने यहां एक कार्यक्रम में किया ।
केवल अवैध हैं, इसीलिए नहीं; अपितु मस्जिदों तथा मदरसों से हिन्दुओं को जो उद्दंडता दिखाई जाती है, वह देश एवं धर्म के लिए घातक है !
प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ नेता कमल गौतम ने ‘सनातन प्रभात’ को दी जानकारी !
अनेक मस्जिदों का निर्माण गेरकानूनी
यदि कोई कहे कि ऐसे वासनांधो को तुरंत और कडी सजा न मिलने के कारण लोग कानून हाथ में लेते हैं, तो इसके लिए पुलिस, प्रशासन, सरकार तथा न्यायपालिका का दायित्व हैं, तो इसमें आश्चर्य कैसा ?
यह महाविद्यालय तथा शैक्षणिक संस्थानों में शहरी नक्सलवाद के पैर जमाने का एक उदाहरण है । देश तथा हिन्दुत्व के विरुद्ध लगातार कार्य करने वालों का वैचारिक रूप से विरोध करना आवश्यक है !