Illegal mosques : हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के पूर्व ३९३ मस्जिद : आज संख्‍या ५५० से ज्यादा !

  • प्रखर हिन्दुत्‍वनिष्‍ठ नेता कमल गौतम ने ‘सनातन प्रभात’ को दी जानकारी !

  • अनेक मस्जिदों का निर्माण गेरकानूनी

शिमला (हिमाचल प्रदेश) – प्रखर हिन्दुत्‍वनिष्‍ठ नेता एवं हिन्दू जागरण मंच के भूतपूर्व महामंत्री कमल गौतम ने वक्‍तव्‍य करते हुए कहा, ‘हिमाचल प्रदेश राज्‍य की स्‍थिति अत्‍यंत बुरी है । यहां केवल राजधानी शिमला में स्थित संजौली मस्जिद का ही प्रश्‍न नहीं, अपितु राज्‍यभर की ऐसी अनेक प्रकार की अनेक अवैध मस्जिदों का निर्माण किया गया हैं ।’ हाल ही में ‘सनातन प्रभात’ ने गौतम का भ्रमणदूर-भाष से साक्षात्कार लिया था । इस समय वे ऐसा बोल रहे थे । गौतम भूतपूर्व सरकारी शिक्षक हैं तथा उनके नेतृत्‍व में ही मस्जिदों के विरुद्ध राज्‍यव्‍यापी आंदोलन आरंभ हुआ है । उन्होंने कहा, ‘कोरोना महामारी के समय में राज्‍य में गेरकानूनी ढंग से बडी संख्या में मस्जिदों का निर्माण किया गया । राज्‍य में कोरोना महामारी के पूर्व ३९३ मस्जिद थी । तदनंतर उनकी संख्‍या बढकर ५५० से अधिक हुई है । जिलों के अनुसार मस्जिदों की संख्‍या हमारे पास उपलब्‍ध है ।’ (इस समय गौतम ने यह सूची ‘सनातन प्रभात’ को भेजी ।)

प्रखर हिन्दुत्‍वनिष्‍ठ नेता कमल गौतम

हिन्दू जागरण मंच के भूतपूर्व महामंत्री कमल गौतम ने आगे कहा,

१. ‘राज्‍य में हुए लव जिहाद की घटनाओं से हम हिन्दुत्‍वनिष्‍ठों ने पिछले कुछ वर्षों में ९०० हिन्दू लडकियों को मुक्त कर घर पर सुरक्षित पहुंचाया हैं ।

२. हमने ‘आर.टी.टी. अभियान’ क्रियान्वित करना आरंभ किया है । इसका अर्थ है – ‘रोको, टोको, ठोको, अभियान’ ! इसका अर्थ है, ‘राज्‍य के कोई भी गांव के बाहर यदि कोई मुसलमान अथवा रोहिंग्‍या आता है, तो उसे रोकना । यदि वह नहीं सुनता है, तो उसे टोकना । तथा गांव में आने से रोकना । यदि फिर भी वह नहीं सुनता है, तो उसकी मारपीट करना । इस प्रकार की घटनाएं भी हुई हैं । इस कारण मेरे विरुद्ध २-३ अपराध पंजिकृत किए गए हैं ।

३. हमारा अगला कदम यह है कि ‘जनता एन.आर.सी.’ (राष्‍ट्रीय नागरिकता पंजीकरण) है । इसका भी आरंभ हो चूका है तथा हिमाचल प्रदेश के अनेक गांवों की सीमा पर ‘बाहर के मुसलमान अथवा रोहिंग्‍याओं को गांव में प्रवेश प्रतिबंधित हैं’, इस प्रकार के फलक लगाए गए हैं । हमारी मां-बहनों की लज्जा (शीलरक्षा) हेतु हमें यह कदम उठाना अनिवार्य किया गया है ।’

इतने बडे संगठन का निर्माण होना, यह ईश्‍वरीय कृपा ही है ! – कमल गौतम

इस समय गौतम ने कहा, ‘अब मैं कोई भी संगठन के अंतर्गत कार्यरत नहीं हूं । यदि संगठन में प्रवेश करता हूं, तो कार्य की सीमाएं निश्चित होती हैं । हम संकुचित बनते हैं । अब मैं संपूर्ण हिन्दू समाज का हूं । ईश्‍वरीय प्रेरणा से आज राज्‍य में बडे संगठन का निर्माण हुआ है । इतनी बडी मात्रा में हिन्दुसंगठन निर्माण होना, यह ईश्‍वरीय कृपा ही है ।’

हिमाचल प्रदेश में लाखों हिन्दू जागृत होकर संगठित कैसे हुए ?

आज भारतभर के सर्वसामान्‍य हिन्दू निद्रिस्त हैं । हिन्दुओं पर कहीं भी प्रहार होता है, तो हिन्दुओं के द्वारा उसके विरुद्ध संगठितता से प्रत्‍युत्तर देखने को नहीं मिलता । जब गौतम से पूछा गया, ‘आपने राज्य में इतना बडा व्‍यापक संगठन कैसे निर्माण किया ?’ तब उन्होंने कहा, ‘मेरे बलिदान के कारण राज्‍य के हिन्दुओं पर बडा प्रहार हुआ । मैं हिन्दुत्‍व से संबंधित भिन्न कार्य कर रहा हूं । इसलिए मुझे अपनी सरकारी विद्यालय की नौकरी से ११ माह निलंबित किया गया था । यह घटना जुलाई २०२३ की है तथा कुछ मुस्लिमों ने मनोहर नामक हिन्दू युवक की हत्‍या की थी । उसका मैंने प्रखर विरोध कर हमने अनेक स्थानों पर आंदोलन किए । यह सभी आंदोलन मेरे नेतृत्‍व में सम्पन्न हुए । तदनंतर सरकारी नौकरी से मुझे स्थायीरूप से निलंबित किया गया । इस कारण राज्‍य के हिन्दू जागृत हो गए तथा आज बडे संगठन का निर्माण हो सका है । यह सभी ईश्‍वरीय प्रेरणा से ही संभव हुआ, ऐसा मैं मानता हूं ।’

संपादकीय भूमिका 

भारत का प्रत्येक राज्‍य स्वयं के नियंत्रण में लेने का मुस्लिमों का यह एक प्रयास है । अवैध (गेरकानूनी) मस्जिदों का निर्माण करना, सरकारी, तथा प्रशासकीय स्‍तर पर सहायता मिले बिना हो नहीं सकता । इसलिए इसके लिए उत्तरदायी लोगों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही होनी चाहिए !