IMA Chief Apologizes : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डाॅ. अशोकन ने की सर्वोच्च न्यायालय से क्षमा याचना !

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ. आर. व्ही. अशोकन ने सुप्रीम कोर्ट के विरोध में अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगी है।

Justice BR Gavai : उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश कामों के समय का पालन नहीं करते !

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बी.आर्. गवई का वक्तव्य !

Israel : कट्टरपंथी यहूदियों के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य करो ! – इजराइल का सर्वोच्च न्यायालय

प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सरकार पर संकट

SC Warns NTA : यदि किसी को ०.०१ प्रतिशत की त्रुटि मिली तो हम कडी कार्रवाई करेंगे!

‘नीट ‘ प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट ने एन.टी. ए. को दी चेतावनी!

NEET Exam Row : राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा अर्थात ‘नीट’ के १ सहस्र ५६३ परीक्षार्थियों की २३ जून को होगी दुबारा परीक्षा !

‘३० जून के पूर्व इस परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाएगा, ताकि जुलाई से आरंभ हो  रहे काउंसलिंग अबाधित रहे साथ ही ६ जुलाई से पूर्व निश्चित दिनांक से सभी छात्रों का काउंसलिंग समग्र रूप से किया जा सके ।

Constitution of India : संविधान की प्रस्तावना से ‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘समाजवाद’ शब्द हटाएं !

आपातकाल के समय वर्ष १९७६ में भारत के संविधान की प्रस्तावना में ‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘समाजवाद’, ये दो शब्द घुसाए गए । संविधान के मूल ढांचे में किया गया यह परिवर्तन संपूर्णतः असंवैधानिक था ।

‘पतंजलि योगपीठ’ एवं ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आई.एम.ए.) के आपसी विवाद में आयुर्वेद की हानि न होने दें !

वर्तमान समय में सर्वत्र ‘पतंजलि योगपीठ’ द्वारा बनाई गई औषधियों पर प्रतिबंध लगाने के संदर्भ में ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ अर्थात ‘आई.एम.ए.’ के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में प्रविष्ट याचिका तथा न्यायालय के द्वारा उस पर निर्णय देते समय दिए गए वक्तव्यों के विषय में प्रसारमाध्यमों में उल्टी-सीधी चर्चा चल रही है ।

Muslims Oppose Excavation Bhojshala : धार (मध्य प्रदेश) की भोजशाला में हो रहे उत्खनन का मुसलमानों द्वारा विरोध !

हिन्दू समाज के लोग ११ शताब्दि की इस भोजशाला को श्री वाग्देवी का (श्री सरस्वतीदेवी का) मंदिर मानते हैं, तो मुसलमान समुदाय उसे कमल मौला मस्जिद कहता है ।

Minor Bail Denied For Obscene Video : अल्पवयस्क लड़की का अश्‍लील विडियो प्रसारित करनेवाले अल्पवयस्क लड़के को जमानत नहीं दी !

पीड़ित लड़की ने अपकीर्ति (बदनामी) के भय से आत्महत्या कर ली । यह घटना अक्टूबर २०२३ में हुई थी ।

SC On Hindu Marriage : यदि हिन्दू विवाह में आवश्यक रीति-रिवाज़ नहीं निभाये जाते तो वह विवाह स्वीकार नहीं किया जा सकता !

कोर्ट ने यह भी साफ किया है कि ‘विवादों की स्थिति में ऐसे अनुष्ठानों को सबूत माना जाता है।