काली पट्टियां बांधकर किया नमाज पठन !
धार (मध्य प्रदेश) – यहां की भोजशाला में हो रहे उत्खनन का मुसलमान समुदाय ने विरोध किया है । इसके लिए २४ मई २०२४ को मुसलमान काली पट्टियां लगाकर धार की भोजशाला में नमाज पठन के लिए इकठ्ठा हुए । ऐसी खुदाई करना, सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन है, ऐसा आरोप मुसलमानों ने किया है ।
Mu$l!ms oppose excavation in #Bhojshala (Dhar, Madhya Pradesh)
— Offer Namaz wearing black bands in protest
Earlier, Supreme Court had refused to stay the #ASI survey of Bhojshala#ReclaimTemples pic.twitter.com/subXixf1LQ
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) May 25, 2024
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों पर भारतीय पुरातत्व विभाग पीछले ६४ दिनों से भोजशाला में सर्वेक्षण कर रहा है । हिन्दू समाज के लोग ११ शताब्दि की इस भोजशाला को श्री वाग्देवी का (श्री सरस्वतीदेवी का) मंदिर मानते हैं, तो मुसलमान समुदाय उसे कमल मौला मस्जिद कहता है ।
मुसलमान जिसे कमल मौला मस्जिद कहते है, उसके अधिकारी जुल्फिकार पठान ने नमाज पठन के उपरांत पत्रकारों से वार्तालाप करते समय कहा कि उत्खनन न करने के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के उपरांत भी भारतीय पुरातत्व विभाग ने खुदाई जारी रखी है । इससे मस्जिद की दीवारें कमजोर हो रही हैं । हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता शिरीश दुबे ने कहा है कि मुसलमान समुदाय के नेताओं ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के बारे में गलत समझा है । मुसलमान समुदाय के नेता लोगों को भटका रहे हैं । अप्रैल में सर्वोच्च न्यायालय ने भोजशाला परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने के मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश को स्थगित करने को नकारा था । साथही ऐसा कहा था कि परिसर का मूल ढांचा परिवर्तित हो जाए, ऐसा उत्खनन न करें । तद्नुसार भारतीय पुरातत्व विभाग सर्वेक्षण कर रहा है ।