प्रत्येक राज्य में हिन्दू विचारकों का संगठन होना आवश्यक ! – श्री. मोहन गौडा, कर्नाटक राज्य प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

एक संदेश पर केवल २ दिनों में ही मुसलमान उसके लिए एकत्र हो गए । हिन्दुओं को भी इसप्रकार की संपर्कव्यवस्था निर्माण करना आवश्यक है ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव तृतीय दिन (२६ जून) : देश की सुरक्षा एवं धर्मरक्षा

तीर्थस्थलों पर स्थित प्रसाद के दुकानों को ‘ॐ प्रतिष्ठान’ की ओर से ‘ॐ प्रमाणपत्र’ दिया जानेवाला है । ॐ प्रमाणपत्र के माध्यम से हिन्दू हलाल प्रमाणपत्र को झटका दें ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव – द्वितीय दिन (२५ जून) : अनुभवकथन तथा उपासना का महत्त्व

धर्मनिष्ठ व्यक्ति कभी धर्म की हानि नहीं कर सकता तथा वह धर्म हानि खुली आंखों से देख भी नहीं सकता एवं उसे रोकने का प्रयत्न करता है ।उसे यह भान होता है कि धर्म कार्य करते समय उसके पास ईश्वरीय शक्ति है ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का दूसरा दिन (२५ जून) : राष्‍ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु किए गए प्रयास

हिन्दू अपनी लडकियों को उनके बचपन में ही भगवद्गीता क्यों नहीं सिखाते ? भगवद्गीता में ‘विधर्म से स्‍वधर्म श्रेष्‍ठ है’, इसकी सीख दी गई है । यदि यह शिक्षा मिली, तो हिन्दू युवतियां लव जिहाद का शिकार नहीं बनेगी ।

सनातन संस्था की ओर से संपूर्ण देश में ७७ स्थानों पर हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ !

२१ जुलाई २०२४ को सनातन संस्था की ओर से संपूर्ण देश में ७७ स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्‍सव’ मनाया गया । इसमें मराठी भाषा में ६४ स्थानों पर, हिन्दी भाषा में ८, तमिल भाषा में २, जबकि गुजराती एवं मलयालम भाषा में एक-एक स्थान पर गुरुपूर्णिमा महोत्सवों का आयोजन किया गया । महोत्‍सव के आरंभ में श्री व्यासपूजन तथा सनातन संस्‍था के प्रेरणास्रोत प.पू. भक्तराज महाराजजी की प्रतिमा का पूजन किया गया ।

सप्तर्षि की आज्ञा के अनुसार गोवा के सनातन संस्था के आश्रम में तथा कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में संपन्न हुआ ‘चामुंडा होम’ !

रामनाथी के सनातन संस्था के आश्रम में श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी तथा ब्रह्मसरोवर, कुरुक्षेत्र में स्थित श्री कात्यायनी देवी के मंदिर में श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी की वंदनीय उपस्थिति में ‘चामुंडा होम’ संपन्न हुआ ।

इंदौर (मध्य प्रदेश) एवं कांदळी (पुणे) में भावपूर्ण वातावरण में मनाई गई प.पू. भक्तराज महाराजजी की गुरुपूर्णिमा !

२० जुलाई को श्री भक्तवात्सल्य आश्रम से गुरुपादुकाओं की पालकी निकाली गई । इस पालकी में प.पू. अनंतानंद साईशजी (प.पू. भक्तराज महाराजजी के गुरु), प.पू. भक्तराज महाराजजी एवं प.पू. रामानंद महाराजजी (प.पू. भक्तराज महाराजजी के उत्तराधिकारी) की चरण-पादुकाएं रखी गई थीं ।

पूर्व भारत में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से विविध स्थानों में गुरुपूर्णिमा भावपूर्ण वातावरण में संपन्न !

कतरास की गुरुपूर्णिमा महोत्सव में संतों का मार्गदर्शन

अपने आचरण से संस्कृति की रक्षा तथा धर्मपालन करेंगे ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ, धर्मप्रचारक, हिन्दू जनजागृति समिति

उत्तर प्रदेश तथा बिहार के पाटलीपुत्र, समस्तीपुर एवं मुजफ्फरपुर में गुरुपूर्णिमा महोत्सव भावपूर्ण वातावरण में संपन्न

देहली, उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया गया !

सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से देहली एवं उत्तर प्रदेश के मथुरा, नोएडा एवं फरीदाबाद (हरियाणा) में २१ जुलाई को भावपूर्ण वातावरण में गुरुपूर्णिमा महोत्सव संपन्न हुआ । महोत्सव का आरंभ श्री व्यास पूजन से हुआ । इस अवसर पर सनातन संस्था के प्रेरणास्रोत प.पू. भक्तराज महाराजजी की प्रतिमा का पूजन किया गया ।