रत्नागिरी स्थित लोकमान्य टिळक के जन्मस्थान को ‘राष्ट्रीय स्मारक’ घोषित करें ! – हिन्दू जनजागृति समिति

देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन समर्पित करनेवाले क्रांतिकारियों को भूलना, यह सरकारी व्यवस्था की उनके प्रति कृतघ्नता दर्शाता है ! यह स्थिति उनके लिए लज्जाजनक है !

शबरीमला मंदिर के प्रसाद बनाने के लिए हलाल प्रमाणित गुड का उपयोग रोकने हेतु न्यायालय में याचिका

‘त्रावणकार देवस्वम् बोर्ड’ को ब्योरा प्रस्तुत करने का उच्च न्यायालय का आदेश

राजस्थान में स्थानांतरण (तबादला) कराने के लिए, सरकारी शिक्षकों को देनी पडती है रिश्वत !

यह गहलोत सरकार की विफलता है, उन्हें यह स्वीकार करना होगा । उन्हें बताना होगा कि वे इस भ्रष्टाचार को रोकने के लिए क्या करने जा रहे हैं ! – संपादक

पाकिस्तान में बलात्कारियों को नपुंसक बनाने के दंड का प्रावधानवाला कानून केवल २४ घंटे में निरस्त !

इस्लाम में दोषी को सीधे मृत्युदंड देने के कठोर दंड का प्रावधान होते हुए भी इस दंड का विरोध होना अनाकलनीय !

‘धर्मांतरणविरोधी कानून के कारण कर्नाटक में अराजक की स्थिति उत्पन्न होगी ! – आर्चबिशप रेवरंड पीटर मचाडो

धर्मांतरणविरोधी कानून बनाने से ईसाईयों का छिपा उद्देश्य ही असफल होनेवाला है; इसलिए अब वे तिलमिला गए हैं, यही इससे स्पष्ट होता है !

‘रामायण एक्सप्रेस’ में परोसनेवालों (वेटरों) को दिया साधुओं का वेश परिवर्तित करेंगे ! – आइआरसीटीसी

साधुओं की हो रही अवमानना के विरोध में सतर्कता दिखानेवाले सनातन के साधक डॉ. अशोक शिंदे का अभिनंदन !

हिन्दू संस्कृति के आधार पर कैलाश से कन्याकुमारी तक भारत को पुनः अखंड करने का संकल्प पारित !

हिन्दू संस्कृति के आधार पर पुनः भारत अखंड होगा । वेद भारतीय संस्कृति का मूल है तथा वेदों का मूल संस्कृति एवं संस्कृत है ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी की सनातन धर्म परिषद, देहली के कार्यकारी अध्यक्ष श्री. भूषण लाल पराशरजी से सस्नेह भेंट !

श्री. पराशरजी ने कहा ‘हम सनातन के ग्रंथ देहली के प्रमुख मंदिरों में रखने का प्रयास करेंगे ।’

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में ‘ज्ञानशक्ति प्रसार अभियान’ को समाज का उत्स्फूर्त प्रतिसाद !

राज्यमंत्री श्री. रविंद्र जयसवालजी ने संपर्क के विषय सुनते ही तुरंत दो संच की मांग दी । ‘हलाल अर्थव्यवस्था भारत के लिए संकट कैसे है’, यह बताने पर उन्होंने यह विषय विधानसभा में उठाने का आश्वासन दिया ।

समर्पित जीवन जीनेवाली और परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के प्रति उत्कट भाव से युक्त बेळगांव की श्रीमती विजया दीक्षित बनीं सनातन की ११३ वीं व्यष्टि संत !

श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी ने पू. दीक्षितजी को पुष्पहार पहनाकर और भेंटवस्तु देकर उनका सम्मान किया, साथ ही जन्मदिन के निमित्त उनकी आरती भी उतारी ।