बिलासपुर (छत्तीसगढ) में अवयस्क लडके द्वारा सुभाषचंद्र बोस के पुतले का अपमान !
सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं द्वारा जनता को राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रपुरुषों के विषय में आदर न सिखाने का यह परिणाम है !
सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं द्वारा जनता को राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रपुरुषों के विषय में आदर न सिखाने का यह परिणाम है !
‘‘भारत वीर एवं बलिदानियों की भूमि है । यहां धर्म की रक्षा के लिए सिख गुरुओं ने बलिदान दिया । राजस्थान में राजपूत स्त्रियों ने जोहार कर स्वयं को अग्नि में झोंक दिया । छत्रपति संभाजी महाराज ने ४० दिन तक औरंगजेब के अत्याचार सहन किए; पर धर्म-परिवर्तन नहीं किया ।
वास्तव में ऐसी मांग करने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए ! सरकार को स्वयं आगे आकर इस विषय में कृति करना आवश्यक है !
गांधी और नेहरू परिवार ने हमेशा ही क्रांतिकारियों का अपमान किया है । इस कारण राहुल गांधी का इस कार्यक्रम के लिए अनुपस्थित रहना, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं ! कांग्रेस को क्षमा मांगने की अपेक्षा प्रायश्चित के रुप में क्रांतिकारियों का सम्मान करने का प्रयास करना चाहिए !
देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन समर्पित करनेवाले क्रांतिकारियों को भूलना, यह सरकारी व्यवस्था की उनके प्रति कृतघ्नता दर्शाता है ! यह स्थिति उनके लिए लज्जाजनक है !