किसी भी धर्म का प्रसार करते हुए अन्य धर्मों का अनादर करने का अधिकार किसी धर्म को नहीं है ! – कर्नाटक उच्च न्यायालय
बेंगळूरू (कर्नाटक) – किसी भी धर्म का प्रचार करते समय अन्य धर्मों का अनादर करने का मौलिक अधिकार किसी भी धर्म को नहीं दिया गया है । किसी भी धर्मगुरु अथवा किसी भी व्यक्ति द्वारा अपने धर्म का प्रचार करते समय अन्य धर्मों अनादर न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए, ऐसा मत कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एच पी संदेश द्वारा व्यक्त किया गया ।