बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) में श्री हनुमान मंदिर के प्रांगण में ७० वर्षीय पुजारी की धारदार शस्त्र से हत्या !

यहां के खमौली गांव में श्री हनुमान मंदिर के एक पुजारी की मंदिर परिसर में धारदार हथियार से हत्या कर दी गई । पुजारी का नाम सुरेश चंद्र चौहान (उम्र ७०) है । पुलिस को आशंका है कि सोते समय पुजारी सुरेश चंद्र चौहान के सिर पर वार किया गया है । पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र का भी निरीक्षण किया । उस समय पुलिस को मंदिर के पास शराब की बोतलें और ३ गिलास मिले, जिसे उन्होंने जब्त कर लिया । इसके आधार पर  हत्यारे तीन लोग रहे होंगे, पुलिस ने संदेह जताया है।

कानपुर (उत्तर प्रदेश) में मंदिरों की भूमि ऐंठ कर उसपर बिरयानी की दुकानें लगाने की बात उजागर ।

यहां के चमनगंज में कुछ पुराने मंदिर तोडकर उनकी भूमि बलपूर्वक ऐंठ कर, उनपर बिरयानी की दुकानें स्थापित करने का संतापजनक प्रकार उजागर हुआ । कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे के पास एक परिवाद प्रस्तुत किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि पुराने मंदिरों को तोडकर उनकी भूमि ऐंठी जा रही है । पांडे ने उसका प्रत्यक्ष निरीक्षण करने के उपरांत पाया कि, लोगों ने जीर्ण-शीर्ण मंदिरों पर अधिकार कर लिया था तथा अनेक पुराने मंदिरों को ध्वस्त कर दिया गया था । एक मंदिर में ताला लगाया था । जब ताला खोलने के लिए स्थानीय लोगों का सहयोग नहीं मिला, तो महापौर पांडे ने स्वयं ही ताला तोडा । तब उन्होंने मंदिर में कूडा भरने का संतापजनक दृश्य दिखाई दिया ।

हिंदु लडकी को फंसाकर उससे शादी करने का धर्मांध का षड्यंत्र  बजरंग दल की जागरूकता के कारण निष्फल ! 

यहां की एक २२ वर्षीय हिंदु लडकी को फंसाकर उससे ‘कोर्ट मैरेज’ करने का एक २६ वर्षीय धर्मांध का षडयंत्र बजरंग दल की जागरुकता के कारण निष्फल । धर्मांध ने पीडित लडकी के घरवालों को धोखे  में रखकर उससे शादी करने का षडयंत्र रचा था । इसके लिए उसने कागजात भी तैयार कर लिए थे । इसकी जानकारी मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने धर्मांध को पकडकर उससे पूछताछ की । इस समय कार्यकर्ताओं और धर्मांध युवक में मारपीट भी हुई । घटना स्थल पर युवक की मां भी उपस्थित थी ।

काली और सफेद फंगस के बाद अब मिला पीले फंगस से संक्रमित मरीज !

काली और सफेद फंगस के बाद अब देश में पीले फंगस से संक्रमित मरीज मिला है । पीला फंगस अधिक खतरनाक होने का विशेषज्ञों ने कहा है । गाजियाबाद में मिले पीले फंगस के मरीज पर अभी अपचार चालू है । 

दु:खद निधन

१. बदायूं (उत्तर प्रदेश) की ६१ प्रतिशत आध्‍यात्मिक स्‍तर प्राप्‍त साधिका श्रीमती माधुरी चौहान (आयु ६०) का २९.४.२०२१ की दोपहर को कर्करोग के कारण निधन हो गया ।

चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) में कारागृह में बंद गुंडे द्वारा की गई गोलीबारी में २ गुंडों की मृत्यु !

यहां के कारागृह में दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में दो गुंडों की मृत्यु हो गई । इसमें से एक कुख्यात गुंडा और विधायक मुख्तार अंसारी का नजदीकी था । पुलिस ने गोली चलाने वाले को गोली मारकर मार दिया ।

गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले मस्जिद के इमाम को पुलिस अधिकारी ने पीटा !

यहां के तुर्कमानपूर में मस्जिद के बाहर एक इमाम को पुलिस अधिकारी के लॉकडाउन का उल्लंघन करने के कारण पीटने के बाद तनाव निर्माण हो गया । धर्मांधों की भीड ने वहां की चौकी में पुलिसवालों को घेर लिया । इसकी जानकारी पुलिस थाने के अधिकारियों को देने पर घटना स्थल पर बडी संख्या में पुलिस पहुंची ।

कानपुर के हैलट चिकित्सालय के कर्मचारियों का क्रोधजनक कृत्य !

हैलट अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा लोगों की असहायता का अनावश्यक लाभ लिया जा रहा है । इस चिकित्सालय के कर्मचारियों द्वारा एक कोरोना रोगी की मृत्यु के उपरांत, उसे कंधा देने के लिए ४ कर्मचारियों द्वारा २ सहस्त्र रुपये ऐंठे जा रहे हैं । परिजनों को मुखदर्शन कराने के लिए १ सहस्र रुपये ऐंठे जा रहे हैं ।

महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) के गांव में कोरोना को दूर रखने के लिए, सूर्यदेव को सुबह और संध्या काल में अर्ध्य दिया जाता है !

उत्तर प्रदेश के गांवों में कोरोना संक्रमण के कारण बडी संख्या में रोगियों की मृत्यु हो रही है । राज्य के महाराजगंज जिले के गुनारिया गांव में नागरिकों ने सामूहिक रूप से सुबह और संध्या काल में सूर्यदेव को अर्ध्य देना आरंभ कर दिया है । यह ९ दिन का अनुष्ठान होगा । गांव की महिलाएं और पुरुष, गांव के बाहर खेतों में जाकर अर्ध्य दे रहे हैं ।

इमाम के अंतिम संस्कार के लिए सहस्रों की संख्या में मुसलमानों की उपस्थिति !

अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी , इमाम का ९ मई के दिन निधन होने के बाद लॉकडाउन का उल्लंघन कर सहस्रों की संख्या में मुसलमानों द्वारा अंतिम यात्रा निकालने की घटना सामने आई है । पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया है । उत्तर प्रदेश सरकार ने अंतिम यात्रा के लिए केवल २० लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति दी है ।