SANATAN PRABHAT EXCLUSIVE : महाराष्ट्र में ‘जनहितार्थ’ इस आकर्षक नाम पर चलाए जा रहे हैं, हानि में ६० से अधिक निष्क्रिय महामंडल !
सरकारी मंडलों की हानि के लिए जो लोग उत्तरदायी हैं, उनके वेतन में से ये हानि भरपाई क्यों न की जाए ? स्वयं की जेब से धन जाता नहीं, इसीलिए सरकारी उद्योगों की हानि हुई है, तब भी सरकारी अधिकारियों को इस विषय में कुछ नहीं लगता !