धर्मांधों का विध्वंसक आक्रोश !
पुलिस जनता को अपेक्षित उपलब्धि प्राप्त करेगी अथवा बार बार कट्टरपंथियों का ही लक्ष्य (निशान) बनती रहेगी ? पुलिस को इसका उत्तर देना चाहिए !
पुलिस जनता को अपेक्षित उपलब्धि प्राप्त करेगी अथवा बार बार कट्टरपंथियों का ही लक्ष्य (निशान) बनती रहेगी ? पुलिस को इसका उत्तर देना चाहिए !
अंधविश्वास के नाम पर लड़कियों में भय निर्माण कर उन्हेें चर्च में बुलाया जाता था । इस संबंध में अंधविश्वास निर्मूलन कानून क्यों नहीं लागू होता है ? यह प्रश्न इस समय उपस्थित किया ।
लंडन में भारतीयों पर आक्रमण कर उन्हें लूटने की घटनाओं में तीगुनी वृद्धि हुई है । पिछले वर्ष भारतीयों के साथ लूटपाट की २७० घटनाएं हुई थीं, जबकि वर्ष २०२२ में यह संख्या ९० थी ।
उत्तर प्रदेश में अवैध मस्जिदों, मदरसों और मुस्लिम घरों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है । इस कार्यवाही का ‘इंडियन मुस्लिम काउंसिल’ का प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा पिछले कुछ दिनों से विरोध कर रहा है ।
न्यायालय ने मुसलमानों का दावा किया निरस्त !
मुस्लिम लडके अल्पायु होते हुए भी ऐसे क्रूर कृत्य करते होंगे, तो बडे होकर वे जिहादी कृत्य ही करेंगे, यह अलग से कहने की आवश्यकता नहीं है !
जबकि हिन्दू दशकों से मस्जिदों पर लगे बडे-बडे ध्वनि संवर्धकों से दिन में ५ बार अजान सुनते आ रहे हैं, तब तो उन्होंने कभी किसी पर इस प्रकार का आक्रमण नहीं किया
अमेरिकी सेना ने आतंकवादियों से संबंधित मुख्यालय, गुप्तचर केंद्र, रॉकेट, हथियार-भांडार आदि ७ स्थानों पर आक्रमण किए ।
यहां के पाहुविंद गांव में दीप सिंह जन्मस्थान गुरुद्वारा में २८ जनवरी को बाबा दीप सिंह की जयंती के अवसर पर एक उत्सव का आयोजन किया गया था । इस समय कुछ सिक्ख युवकों ने खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का छायाचित्र लगाया था ।
बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर ही ऐसी घटनाएं रुकेंगी !