केरल उच्च न्यायालय द्वारा पटाखों पर बंदी के विरोध में सर्वोच्च न्यायालय में जाएगी केरल सरकार !

केरल उच्च न्यायालय द्वारा पटाखों पर लगाए प्रतिबंध के विरोध में राज्य के मंदिरों का व्यवस्थापन देखनेवाले सरकारी देवस्वम् बोर्ड एवं न्यास आगे अपील करने का विचार कर रहा है ।

पुलिस आयुक्त और जिलाधीश अपने आप को भगवान मानते हैं !

जनता की अपेक्षा है कि न्यायालय, जनविरोधी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के विरुद्ध नि:संकोच कठोरतम कार्रवाई करें!

फेरी के मार्ग पर मस्जिद और चर्च होने के कारण रा.स्व. संघ को अनुमति न देना धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध !

हिन्दूद्वेष और हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को दबाना अर्थात धर्मनिरपेक्षता’ ऐसी व्याख्या देश में तथाकथित निधर्मीवादी और आधुनिकतावादियों की है । इस पर ही न्यायालय का बोलना सोनार द्वारा कान छेदने समान है ! ऐसा होने पर भी ऐसे गेंडे की खाल वाले लोगों में बदलाव होने की संभावना नहीं, यह भी उतना ही सत्य है !

माता-पिता की सेवा केवल नैतिक नहीं, वैधानिक कर्तव्य भी है ! – अलाहाबाद उच्च न्यायालय

भारत देश श्रवण कुमार की भूमि है । यहां वृद्धों की देखभाल करना, भारतीय संस्कृति का अंग है । यह केवल नैतिक नहीं, अपितु वैधानिक रूप से अनिवार्य है और कर्तव्य भी है ।

‘लिव-इन रिलेशनशिप’ अर्थात ‘टाइमपास’ ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय 

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में रहने वाले एक युगल को पुलिस सुरक्षा देने की मांग करने वाली याचिका अस्वीकार कर दी ।

देश में महिलाओं द्वारा प्रविष्ट ३६ लाख अभियोग प्रलंबित !

भारतीय न्यायव्यवस्था कूर्मगति से चलती है, यह बात अब नई नहीं है और इस व्यवस्था को भी यह ज्ञात है । प्रश्न ऐसा है कि इस स्थिति में परिवर्तन लाने की इच्छाशक्ति कौन और कब दिखाएगा ?

The Wire : ‘द वायर’ नामक समाचार जालस्थल के अधिग्रहित इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लौटाने के आदेश !

न्यायालय का मत, अभिव्यक्ति स्वतंत्रता की रक्षा करना आवश्यक

पाकिस्तानी कलाकारों और खिलाडियों का विरोध करना देशभक्ति नहीं है ! – मुंबई उच्च न्यायालय !

पाकिस्तानियों को भारत में प्रतिबंधित करने की याचिका न्यायालय ने निरस्त की !

समजावादी दल के नेता आजम खान, उनकी पत्नी तथा लडके को प्रत्येकी ७ वर्ष के कारावास का दंड !

चुनाव लडने के लिए लडका अब्दुल्ला ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाया !