संत साहित्य के गहन अभ्यासक ह.भ.प.गुरुवर्य डॉ. किसन महाराज साखरेजी का निधन !
उनका अंतिम संस्कार २१ जनवरी को आलंदी में हुआ।
उनका अंतिम संस्कार २१ जनवरी को आलंदी में हुआ।
सनातन संस्था की ग्रन्थ प्रदर्शनी सेक्टर १९ में मोरी मुक्ति मार्ग पर भी है । घटना की जानकारी मिलने पर सनातन संस्था के साधक तत्काल अग्नि स्थल पर गए और वहां अग्निशमन दल, पुलिस, एनडीआरएफ और प्रशासनिक कर्मचारियों की सहायता की ।
प.पू. स्वामीजी ने आगे कहा, ‘‘महाकुंभपर्व में सनातन संस्था की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी सनातन धर्मीय लोग अवश्य देखें । इस प्रदर्शनी में भारतीय संस्कृति, संतों की परंपरा आदि के विषय में जानकारी दी गई है ।
देश में धर्मांतरण की घटनाएं बढ रही हैं । देश की सरकारें यदि लोगों को बिजली, पानी, भोजन आदि सुविधाएं देती, तो ये लोग धर्मांतरण नहीं करते । मनुष्य का दृष्टिकोण संकीर्ण नहीं, अपितु व्यापक होना चाहिए ।
प्रयागराज के महाकुंभपर्व में सनातन धर्म, संस्कृति एवं परंपराओं का वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक आधार समझानेवाली ‘सनातन संस्कृति प्रदर्शनी’ लगाई गई है ।
‘सनातन धर्मशिक्षा, राष्ट्र और धर्म ‘ प्रदर्शनी के माध्यम से अध्यात्म का प्रसार करना एक महत्वपूर्ण एवं महान धार्मिक कार्य है ! – महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती महाराज
सुनवाई के आरंभ में वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीधर पोताराजू ने दलील दी कि गूगल ने बिना कोई पूर्व सूचना दिए याचिकाकर्ता (सनातन संस्था) के ५ ऐप्स को निलंबित कर दिया, जो ‘आईटी नियम, २०२१’ का उल्लंघन है ।
मैं हिन्दुओं से सनातन धर्म के इस कार्य में सहयोग करने की अपील करता हूं।’ संस्था के माध्यम से जो कार्य चल रहा है उसमें अपना योगदान दें। हालांकि हमारी संस्थाएं अलग-अलग हैं, फिर भी यह ध्यान रखना चाहिए कि हिन्दू धर्म का कार्य एक ही लक्ष्य है ।
‘हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्था’ की ओर से यहां के लालबाग मैदान पर २८ नवंबर से २ दिसंबर २०२४ की अवधि में सेवा सम्मेलन का आयोजन किया गया था । इस सम्मेलन में सनातन संस्था की ओर से ग्रंथ-प्रदर्शनी लगाई गई ।
हरियाणा सरकार की ओर से यहां के सेक्टर १२ के एच.एस.वी.पी. कंवेंशन सभागार में ‘अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव’ का आयोजन किया गया था । इस महोत्सव में सनातन संस्था की ओर से ग्रंथ-प्रदर्शनी लगाई गई थी । अनेक जिज्ञासुओं ने इस प्रदर्शनी का लाभ उठाया ।