सनातन के साधकों ने भीड़ को नियंत्रित कर साहित्य ले जाने में सहायता की !

प्रयागराज, २० जनवरी (वार्ता)- महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर १९ में शास्त्री पुल के पास एक टेंट में १९ जनवरी को भीषण आग लग गई, जिसमें गीता प्रेस के २०० टेंट जलकर खाक हो गए । सनातन संस्था की ग्रन्थ प्रदर्शनी सेक्टर १९ में मोरी मुक्ति मार्ग पर भी है । घटना की जानकारी मिलने पर सनातन संस्था के साधक तत्काल अग्नि स्थल पर गए और वहां अग्निशमन दल, पुलिस, एनडीआरएफ और प्रशासनिक कर्मचारियों की सहायता की ।
आग लगने के बाद उसे देखने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई । इसी भीड़ के बीच से होकर दमकल गाड़ियों को पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा । इस समय सनातन के साधकों ने भक्तों की भीड़ को नियंत्रित किया, अग्निशमन वाहनों के लिए रास्ता साफ किया तथा क्षेत्र में यातायात को भी सुगम बनाया । इस समय, सनातन के साधकों ने प्रशासनिक कर्मचारियों को तम्बू से सामग्री को दूसरे स्थान पर ले जाने में सहायता की ।
तम्बू में आग लगने के १० मिनट के भीतर ही फायर ब्रिगेड और प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए !
प्रशासन का सराहनीय कार्य !

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज दौरे के चलते प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के सभी दल सतर्क रहे । सेक्टर १९ में आग लगने की सूचना मिलने के मात्र १० मिनट के अंदर ही ३२ दमकल गाड़ियां और १६० जवान, उनके अधिकारी, उत्तर प्रदेश पुलिस, १५४ एनडीआरएफ के जवान और ‘एसडीआरएफ’ के ५ दल अवसर पर पहुंच गईं । १२५ जवान तुरंत अवसर पर पहुंच गए । पांच पुलिस थानों के यातायात और शहर पुलिस सहित कुल ४२० पुलिस अधिकारियों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया । इस समय सनातन संस्था के साधकों के साथ-साथ अन्य स्वयंसेवी संगठनों के लोगों से भी सहायता प्राप्त हुई । सभी ने श्रद्धालुओं को अग्निक्षेत्र से दूर रखा । इसके बाद सामग्री को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया । एम्बुलेंस भी आ गई थी । इस घटना में जसप्रीत सिंह नाम का गृहस्थ घायल हो गया । उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया । मेला क्षेत्र के अस्पतालों को सतर्क रहने को कहा गया है । श्रद्धालुओं की भीड़ को बढ़ने से रोकने के लिए कुछ समय के लिए सभी सड़कें बंद कर दिए गए । अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अग्निशमन विभाग के अधिकारियों और महाकुंभ मेला अधिकारियों ने मीडिया को घटना की पूरी जानकारी दी और उनसे अफवाहों से सावधान रहने की अपील की । श्रद्धालुओं ने प्रशासनिक अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई के लिए प्रशंसा की ।