बच्चो, राष्ट्र एवं धर्म प्रेमी बन कर, आदर्श भारत का निर्माण करो !

राष्ट्र के भावी नागरिक के रूप में बच्चों की ओर देखा जाता है । आज के बच्चे छत्रपति शिवाजी महाराज, वीर सावरकर, स्वामी विवेकानंद आदि राष्ट्रपुरुषों का आदर्श सामने रखकर अच्छे ढंग से अपना युवा जीवन व्यतीत कर राष्ट्र के सक्षम नागरिक बन सकते है |

दांतों में झनझनाहट पर घरेलु उपचार

‘ठंडा अथवा मीठा खाने पर दांत झुणझुणाने की पीडा यदि बारंबार होती है, तो प्रतिदिन सवेरे चाय का एक चम्मच तिल का तेल मुंह में रखें एवं सामान्यतः ५ से १० मिनट के उपरांत थूंक दें । इससे दांत झुणझुणाना अल्प होने में सहायता होती है ।’

सबसे धोकादायक ‘आर्थिक जिहाद’ और उसे रोकने के उपाय !

‘जगभर में इस्लाम का जिहाद चल रहा है । उनके शस्त्रास्त्र जिहाद के बारे में लगभग सभी को पता है; परंतु महत्त्वपूर्ण है कि सभी प्रकार के जिहाद में केवल २.५ प्रतिशत ही शस्त्रास्त्रों का जिहाद है ।

भारतीय भाषाओं की वर्णमाला का आधारभूत अलौकिक विज्ञान !

आज के छात्रों को पता ही नहीं होगा कि भारतीय भाषाओं की वर्णमाला भी वैज्ञानिक दृष्टि से अर्थपूर्ण है । वर्णमाला का प्रत्येक अक्षर तार्किक है और सटीक गणना के साथ क्रमबद्ध है ।

क्रांतिकारी मंगल पांडेय जी की १९६ वीं जयंती के अवसर पर हुआ उनकी प्रतिमा का भव्य अनावरण।

प्रतापगढ । जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति द्वारा क्रांतिकारी मंगल पांडेय की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया गया । इस अवसर पर प्रदेश के दिग्गज साहित्यकारों एवं कवियों द्वारा काव्य गोष्ठी में एक से बढकर एक राष्ट्रपरक रचनाओं की प्रस्तुति की गई ।

वंशवाद दलों में लोकतंत्र अनुकूल करना आवश्यक !

अजित पवार के विद्रोह के उपरांत राष्ट्र्रवादी कांग्रेस पार्टी भी शिवसेना की भांति दो गुट में बंट गई । जबकि एकनाथ शिंदे ने उनके दल के नेताओं के विरुद्ध विद्रोह कर पार्टी हथिया ली । ऐसे विद्रोह के दो मुख्य कारण हैं । एक : संविधान एवं कानून में स्पष्ट व्यवस्था न होना तथा दूसरा : वंशवाद एवं परिवारवाद की राजनीति ।

धर्म एवं देवता के प्रति श्रद्धा के बल पर ही भारत को हिन्दू राष्ट्र के कार्य को आगे ले जाना होगा !

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी द्वारा किया गया समापनीय मार्गदर्शन

लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में हिन्दू राष्ट्र का आश्वासन देनेवालों का ही हिन्दू समर्थन करेंगे ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दुओं का राजनीतिक दृष्टि से जागरूक न होना ही हिन्दुओं की पराजय का कारण है । जागरूक, क्रियाशील एवं संगठित नागरिक ही लोकतंत्र की शक्ति है । अतः स्वदेश, स्वतंत्रता एवं समाजव्यवस्था के प्रति हिन्दुओं का अज्ञान, स्वार्थ एवं असंगठितता इन पर कार्य करने की आवश्यकता है ।

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के लिए उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों ने किया रामनाथी, गोवा स्थित सनातन के आश्रम का अवलोकन !

१६ से २२ जून २०२३ की अवधि में विद्याधिराज सभागार, रामनाथी, गोवा में ११ वां अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन (वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव) संपन्न हुआ । इस अधिवेशन में सहभागी हुए संत एवं हिन्दुत्वनिष्ठों ने रामनाथी, गोवा स्थित सनातन के आश्रम का अवलोकन किया ।

‘धर्म के लिए कार्य करना आवश्यक है’, यह भी न जाननेवाले तथाकथित हिन्दू धर्मप्रेमी !

‘अनेक तथाकथित हिन्दू धर्मप्रेमियोंको लगने लगता है कि ‘मैं धर्म के लिए बडा कार्य करता हूं’; परंतु वास्तव में उनके द्वारा कुछ भी कार्य नहीं हुआ होता है ।पिछले कुछ वर्षाें में हिन्दू अधिवेशनों में आए कुछ हिन्दू धर्मप्रेमियों के अनुभव आगे दिए गए हैं ।