Increased Security In Mumbai : मुंबई में पूजा स्थलों , मस्जिदों और मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाई गई
आतंकवादी संगठनों के खुफिया विभाग की चेतावनी के बाद मुंबई में पूजा स्थलों , मस्जिदों और मंदिरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है ।
आतंकवादी संगठनों के खुफिया विभाग की चेतावनी के बाद मुंबई में पूजा स्थलों , मस्जिदों और मंदिरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है ।
हिंदुओं के द्वारा इस मस्जिद की एक दीवार तोडने से यहां बहुत बडा तनाव निर्माण हुआ है तथा भारी मात्रा में पुलिस व्यवस्था नियुक्त की गई है ।
जैसे ही पुलिस की गाडी जा रही तो कुछ लोगों ने पुलिस से अभद्रता कर दी। इसके पश्चात पुलिस ने गाड़ी रोककर पूछताछ की तो वहां विवाद हो गया। इस बार एक युवक ने पुलिस पर हाथ उठाया तो दोनों पक्षों में मारपीट हो गई।
क्या आप सवाराम रूप से सिर में गोली मार लेते हैं ? या हाथ अथवा पैर पर मारते है ? आरोपियों को ले जाने वाली गाडी में जो पुलिस अधिकारी थे, वे पूरी तरह से प्रशिक्षित एवं पारंगत थे । ये समझना थोडा कठिन है कि एक आरोपी ४ पुलिस पर भारी पड गया ।
सैनिक की होने वाली पत्नी से इस प्रकार दुःव्यवहार करनेवाली पुलिस सर्वसामान्य महिलाओं से किस प्रकार का व्यवहार करती होगी, इसका विचार ही न करें, तो अच्छा ! ऐसे पुलिसकर्मियों को आजन्म कारागृह में बंद करना चाहिए !
इससे पता चलता है कि पुलिस हिन्दुओं की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। तो अब हिन्दुओं के शोभा यात्रा की सुरक्षा के लिए रक्षा दलों को निश्चित करना होगा !
ऐसी विकृत मनोवृत्ति के मुसलमान समाज के लिए खतरनाक हैं । निधर्मीवादी (लोग) हिन्दुओं को ऐसे लोगों के साथ सर्वधर्मसमभाव संजोने को कहते हैं, यह क्रुद्ध !
मुसलमानों का ‘नाम जिहाद’! हिंदू नाम अपनाकर अपराध करना एवम हिंदू समाज का नाम बदनाम करना,यह मुसलमानों का षड्यंत्र नहीं तो और क्या ?
जब मुसलमान आक्रमण करते हैं तो जो पुलिस दर्शक बनकर हिन्दुओं से शोभायात्रा वापस लेने को कहती है, वे भारत से हैं या पाकिस्तान से ? पहले ऐसे भरती हुए पुलिस बल को हटाओ !
समाज में पुलिस का भय किस प्रकार कम होता जा रहा है, इसका यह एक अन्य उदाहरण है ! इसके लिए कुछ सीमा तक पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार भी उत्तरदाई है।