मंड्या (कर्नाटक) में श्री गणेश प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा पर पेट्रोल बम से आक्रमण !

  • दरगाह के पास ५०० से अधिक मुस्लिमों द्वारा आक्रमण!

  • हिन्दुओं की कई दुकानों में आगजनी, करोड़ों रुपए की हानि

  • मुसलमानों ने पत्थर तथा जूते फेंके

  • कांग्रेस पुलिस द्वारा देखी जाने वाली भूमिका

  • पुलिस ने हिन्दुओं से शोभायात्रा वापस लेने का आग्रह किया

मंड्या (कर्नाटक) – नागमंगल के बदरीकोप्पल में स्थापित भगवान गणेश की मूर्ति का ११ सितंबर की रात को विसर्जन शोभायात्रा निकाला गया । इस पर ५०० कट्टर मुसलमानों की भीड़ ने पथराव कर दिया । जैसे ही जुलूस यहां मैसूरु रोड पर एक मंदिर के पास पहुंचा, पथराव शुरू हो गया, साथ ही चप्पल, कांच की बोतलें और पेट्रोल बम भी फेंके गए। इस समय हिन्दुओं की ओर भी तीखी तलवारें तनी हुई थीं। मुसलमान अल्लाहु अकबर (अल्लाह महान है) के नारे लगा रहे थे। इसके जवाब में हिन्दुओं ने भी ‘जय श्री राम’ का नारा लगाना आरंभ कर दिया ।

इस बार, मुस्लिम भीड़ हिंसक हो गई तथा क्षेत्र की दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी। इसमें हिंदुओं की करोड़ों रुपये की संपत्ति की हानि हुई । इससे हिन्दू भी आक्रामक हो गये। पुलिस ने लाठियां भांजकर स्थिति को नितंत्रित करने का प्रयास किया । इस घटना के संबंध में अपराध प्रविष्ट किया गया है और पुलिस ने २३ हिन्दुओं तथा ३० मुसलमानों को बंदी बनाया है । (सर्वधर्म समभाव पुलिस की सामान्य प्रथा! दंगों की घटना में ‘संतुलन’ बनाए रखने के लिए, पहली कार्रवाई उन पुलिस के विरोध मे की जानी चाहिए जो दंगाई मुसलमानों के साथ विरोध करने वाले हिन्दुओं को बंदी बनाती है! – संपादक) बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने १२ सितंबर को दंगों के विरोध में बंद का आवाहन किया ।

मुख्य घटनाये !

१. हिन्दुओं ने पुलिस स्टेशन के बाहर श्री गणेश की मूर्ति रखी और मुसलमानों के विरोध मे कार्यवाही के लिए विरोध प्रदर्शन किया। पिछले साल भी यहां दरगाह के सामने ऐसी ही घटना हुई थी ।

२. जिलाधिकारी डाॅ. कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण कर स्थिति की समीक्षा की । इस बार उन्होंने कहा कि नागमंगल में स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण हो गई है । इसके चलते १४ सितंबर तक कर्फ्यू लागू कर दिया गया है । साथ ही अधिक पुलिस बल तैनात किया गया है ।

३. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हितेंद्र ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थिति की जांच किया।

४. केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ने कहा कि ‘सरकार एक समूह को बढ़ावा दे रही है और इस तरह उनका उन्माद बढ़ा रही है ।’

जब हिन्दुओं पर आक्रमण हो रहा हो तो पुलिस की दर्शक की भूमिका !

एक स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी ने एक समाचार चैनल को बताया कि जब अनुमानित ५०० मुसलमानों ने आक्रमण किया, तो उन्हें ऐसा लगा जैसे ‘क्या हम पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान में हैं ?’ पथराव में ४ पुलिसकर्मी घायल हो गए और १५ हिन्दू घायल हो गए। जब हिन्दुओं पर आक्रमण हो रहे थे तो पुलिस दर्शक की भूमिका निभा रही थी । हमलावर मुसलमानों को समझने की बजाय वे हिन्दुओं पर लाठियां बरसा रहे थे और कह रहे थे कि ‘यहाँ से शोभा यात्रा मत ले जाओ।’ कुछ पुलिसकर्मी हिन्दुओं को गालियां दे रहे थे । घटना स्थल पर कांग्रेस के तालुक अध्यक्ष राजेश भी पुलिस के साथ हिन्दुओं को वापस भेज रहे थे ।

यह कार्यवाही बहुत गंभीर है ! – मुख्यमंत्री सिद्धारमैया

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया

यह घटना कानून एवं व्यवस्था के लिए अभिशाप है। राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है । (आश्चर्य नहीं होगा यदि ये दंगाई भविष्य में कांग्रेस के राज्य में, जहां मुसलमानों को बढावा दिया जाता है , वहा निस्कलंक बच निकलेंगे ! – संपादक)

दंगे मुसलमानों ने किए, लेकिन हिन्दुओं को क्यों बंदी बनाया गया ? – बीजेपी विधायक सी.टी. रवि

बीजेपी विधायक सी.टी. रवि

नागमंगल में हुए दंगे सांप्रदायिक गुंडों द्वारा जानबूझकर की गई हिंसा है। मैं पुलिस की कार्यवाही की कड़ी निंदा करता हूं जिसने पेट्रोल बम फेंककर दंगा भड़काने वाले मुस्लिम दंगाइयों को बंदी न बनाते हुए जुलूस समिति के सदस्यों को बंदी बनाया । इस संबंध में उच्च स्तरीय जांच कर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए ।

दोषियों पर त्वरित कार्यवाही करें और अन्य गणेशोत्सवों को सुरक्षा प्रदान करें ! – हिन्दु जनजागृति समिति

गुरुप्रसाद गौड़ा

इस हमले पर हिन्दु जनजागृति समिति ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है । समिति के प्रदेश संयोजक गुरुप्रसाद गौड़ा ने कहा कि कट्टर मुसलमानों के इस कृत्य को देखने के बाद यह स्पष्ट है कि यह हमला पूरी तरह से पूर्व नियोजित था और यह कृत्य केवल दंगा फैलाने के लिए किया गया था । हिन्दु जनजागृति समिति इस घटना की कड़ी निंदा करती है । पुलिस की उपस्थिति में भी इतने बड़े स्तर पर आक्रमण होना लज्जासपद् है । पुलिस द्वारा बंदी बनाये गए लोगों को दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जानी चाहिए। राज्य भर में कई जिले हैं जहां गणेश विसर्जन किया जाना है। इसलिए पुलिस विभाग को कड़ी सतर्कता बरतनी चाहिए ताकि मांड्या जैसी घटना अन्यत्र न हो ।

प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि गृह मंत्री डाॅ. परमेश्वर ने कहा है कि घटना आकस्मिक थी और कोई बड़ी चोट या जानमाल की हानि नहीं हुई। गृह मंत्री का यह बयान बेहद गैरजिम्मेदाराना है । ऐसे बयानों से ही कट्टरपंथियों को बल मिलता है । समिति गृह मंत्री के भाषण की कड़ी निंदा करती है । इसके अतरिक्त कट्टरपंथियों के पथराव के बावजूद गणेश मंडल के सदस्यों को बंदी बनाना एक बार फिर कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति को उजागर करती है । गृह मंत्री ने कहा था कि शिवमोग्गा में ईद मिलाद के समय हुआ दंगा भी एक दुर्घटना थी। अब उन्होंने फिर से वही बयान दिया है और लोगों के आक्रोश का शिकार बन गए है ।

दरगाहें और मस्जिदें जो राष्ट्रविरोधी और हिन्दु विरोधी गतिविधियों का अड्डा बन गई हैं !

भारत में कई स्थानों पर जब हिन्दुओं के धार्मिक जुलूस मस्जिदों या दरगाहों के परिसर में पहुंचते हैं तो उन पर आक्रमण किया जाता है। भारत में कई मस्जिदों में देश विरोधी गतिविधियां चल रही हैं, इसके साक्ष्य सामने आने पर भी उन्हें बंद क्यों नहीं किया जाता ?

मांड्या में मैसूर रोड पर दरगाह क्षेत्र में दूसरी बार हिन्दू मूर्ति विसर्जन जुलूस पर आक्रमण किया गया । भारत में कई ‘धर्मनिरपेक्ष’ हिन्दू दरगाह पर जाकर माथा टेकते हैं, क्या यह लज्जासपद नहीं है ?

संपादकीय भूमिका 

  • हिन्दुओं के गणेशोत्सव शोभायात्रा पर आक्रमण करने के लिए क्या मंड्या भारत में है या बांग्लादेश में ?
  • यदि हिंदू आत्मरक्षा के अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करते हैं क्योंकि पुलिस हिन्दुओं की रक्षा किए बिना उनका पीछा कर रही है, तो इसमें अनुचित क्या है ?
  • हिमाचल प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक कांग्रेस शासित राज्यों में हिन्दुओं पर आघात हो रहे हैं । शिमला में एक अवैध मस्जिद के विरोध मे मार्च कर रहे हिन्दुओं को पुलिस ने क्रूरता से पीटा, जबकि मंड्या में मुस्लिमों ने उनकी शोभायात्रा पर आक्रमण किया, तो पुलिस ने हिन्दुओं से शोभायात्रा रोकने का आग्रह किया,ये जानिए !
  • जब मुसलमान आक्रमण करते हैं तो जो पुलिस दर्शक बनकर हिन्दुओं से शोभायात्रा वापस लेने को कहती है, वे भारत से हैं या पाकिस्तान से ? पहले ऐसे भरती हुए पुलिस बल को हटाओ !