जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का हिन्दूद्वेष !
‘वर्ष १९८८ में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को ‘अल्पसंख्यक शिक्षा संस्थान’ घोषित किया गया । इस विश्वविद्यालय से कुछ दिन पूर्व ही चौंकानेवाला एक समाचार सामने आया है ।
‘वर्ष १९८८ में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को ‘अल्पसंख्यक शिक्षा संस्थान’ घोषित किया गया । इस विश्वविद्यालय से कुछ दिन पूर्व ही चौंकानेवाला एक समाचार सामने आया है ।
जिले के घटमपुर गांव में पुलिस द्वारा बंदी बनाए गए नशीले पदार्थ तस्कर जावेद को छुडाने के लिए मुसलमानों की भीड द्वारा पुलिस पर आक्रमण करने की घटना हाल ही में हुई । इस आक्रमण में महिला पुलिसकर्मियों को भी लक्ष्य किया गया ।
केंद्रीय सैनिककल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठोड ने पुलिस थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों को आडे हाथ लिया !
लव जिहाद रोकने हेतु धर्मांतरण-विरोधी कानून बनाकर संबंधित लोगों पर कार्यवाही कर के भी उत्तर प्रदेश में लव जिहाद की घटनाएं रुकी नहीं । इसलिए ऐसे लोगों को आजीवन कारावास नहीं, अपितु फांसी का दंड ही देने का परिवर्तन कानून में करना चाहिए !
इससे स्पष्ट होता है कि बांग्लादेश में आगे हिन्दुओं का क्या होनेवाला है ! रक्षक यदि भक्षक बन जाएं, तो क्या होगा, यह ध्यान में आता है ! क्या भारत अब वहां के हिन्दुओं की रक्षा हेतु हस्तक्षेप करेगा ? ऐसा प्रश्न खडा हो रहा है !
यदि पुलिस ही लवजिहाद करते हैं, तो उन्हें सस्पेंड कर आजन्म कैद का दंड देना आवश्यक है ।
भारत-नेपाल के बीच सोनौली सीमा पर २ चीनी नागरिकों को पकडा गया । उनके साथ तिब्बत का एक निर्वासित भी मिला । पुलिस को उनके पास पहचानपत्र के रूप में भारतीय आधार कार्ड मिले ।
पाकिस्तान दूसरा कारगिल युद्ध करने का षड्यंत्र रच रहा है तथा भारत युद्ध आरंभ होने की प्रतीक्षा कर रहा है, यह लज्जाजनक ! और कितने वर्ष ऐसा चलने देंगे ?
राज्य में अस्तित्व में चल रहा ‘महाराष्ट्र नरबलि और अन्य अमानुष अनिष्ट व अघोरी प्रथा जादूटोना कानून’ के अंतर्गत राज्य के सभी पुलिस थानों में अंधश्रद्धा निर्मूलन कक्ष स्थापित किया जाने वाला है ।
एक मुसलमान से प्यार हो गया; हिन्दू लडकियों को कब यह अनुभव होगा कि उनका अपना जीवन एक लक्ष्य की तरह है ?