कर्णावती (गुजरात) – यहां की ‘वंदे भारत’ ट्रेन से चोरी करने के प्रकरण में बंदी बनाए गए मेजर हर्षित चौधरी की पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी प्राप्त हुई है। ५ सितंबर को कर्णावती से बंदी किए गए मेजर हर्षित चौधरी वास्तव में शहबाज मुश्ताक अली खान निकला। उसने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर हर्षित चौधरी के नाम से रेलवे का आरक्षण कराया था।
Vande Bharat theft case : Shahbaz Ali claimed to be Major Harshit Chaudhary, identity revealed after arrest
📍Karnavati (Ahmedabad) Gujarat
Name Jih@d of Mu$l!ms!
Is it not a conspiracy of Mu$l!ms to commit crimes by adopting Hindu names and defame the Hindu society? pic.twitter.com/ye7he2yvzq
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) September 13, 2024
१. पुलिस ने यह पहचान पत्र जब्त कर लिया है। इस पहचान पत्र में शहबाज की तस्वीर है, लेकिन नाम हर्षित चौधरी लिखा हुआ है। साथ ही, वह सैन्य अधिकारी है तथा उसकी रैंक मेजर है।
२. उसके फर्जी आधार कार्ड पर वह राजस्थान का निवासी लिखा हुआ है, लेकिन वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले का निवासी है।
३. शहबाज मुश्ताक अली खान ने इस फर्जी पहचान पत्र पर तीन बार घरेलू उड़ानों तथा रेलवे के जरिए यात्रा की है। शहबाज मुश्ताक अली खान शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं।
४. शहबाज के पिता मुश्ताक अली खान भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि उसका एक भाई भारतीय वायुसेना में है। इस मामले में आरोपी शहबाज को न्यायिक कारावास में भेज दिया गया है।
संपादकीय भूमिका
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