भक्तों को उन्ही दुकानों में जाना चाहिए जहां भगवा ध्वज लगा हो ! – विश्व हिन्दू परिषद

मंगलुरु (कर्नाटक) में श्री मंगला देवी मंदिर क्षेत्र में केवल हिन्दू व्यापारियों को दुकानें लगाने की अनुमति देने का प्रकरण 

भारतीय दंड संहिता तथा ‘श्री ४२०’ !

राष्ट्रीयता को आधारभूत मानकर कानून एवं न्यायव्यवस्था में परिवर्तन लाना तो आवश्यक है ही; परंतु उसके साथ ही ‘जूता जापानी, पतलून इंग्लिस्तानी’ गीत में तो ठीक हैं; तथापि न्यायव्यवस्था में वेशभूषा एवं हृदय, दोनों भारतीय संस्कृति के अनुसार हों, तो न्यायव्यवस्था की स्थिति में सुधार आएगा !

पूरे देश में सार्वजनिक शौचालय अस्वच्छ ! – सर्वेक्षण में मिली जानकारी

देश की स्वतंत्रता के ७६ वर्षाें के पश्चात भी ऐसी स्थिति होगी, तो हम स्वच्छता के संदर्भ में पिछडे हैं, यही पूरे विश्व को दिखता है !

कानपुर (उत्तर प्रदेश) में सरकारी कार्यालय की धारिकाएं (फाईल्स) स्वच्छता कर्मचारियों ने रद्दी में बेच दीं !

स्वच्छता कर्मचारियों के ऐसा करते समय वरिष्ठ अधिकारी और सुरक्षारक्षक क्या सो रहे थे ?

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत द्वारा प्रस्तुत की गई पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थियों की व्यथा

अत्याचारों से पीडित उन्हें अपनी जन्मभूमि, संबंधी तथा मित्र परिवार सब का त्याग कर भारत आने के लिए विवश होना पडा । लोग केवल भय के कारण अपनी मातृभूमि का त्याग कर रहे हैं ।

तमिलनाडु में श्री गणेशमूर्ति की कुछ पाठशालाओं में प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने ताले लगाए !

सनातन धर्म को नष्ट करने का ध्येय रखनेवाली तमिलनाडु की द्रमुक सरकार द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर जानबूझकर ऐसी कार्रवाई की जा रही है, तो उसमें आश्‍चर्य लगने जैसा कुछ नहीं है !

‘जी-२०’ सम्मेलन की पृष्ठभूमि में देहली में साौंदर्यीकरण के समय हुआ शिवलिंगों का अपमान !

संबंधित लोगों ने अन्य धर्मावलंबियों के धार्मिक श्रद्धास्रोतों का अपमान करने का साहस नहीं किया; क्योंकि वे जानते हैं कि उसके परिणाम कितने भयंकर हो सकते हैं ।

परमाणु हथियार से संपन्न होने पर भी ‘जी-२०’ सम्मेलन में आमंत्रित न करना लज्जास्पद !

हम अत्यंत लज्जा अनुभव करते हैं कि हमारे (पाकिस्तान के) परमाणु हथियार से संपन्न होने पर भी भारत ने हमें इस सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया; किंतु बांग्लादेश को आमंत्रित किया है ।

(और इनकी सुनिए…) ‘देहली में निर्मित फव्वारे शिवलिंग नहीं, अपितु कलाकृति हैं !’ – उप राज्यपाल वी.के. सक्सेना

ऐसी कलाकृति शिवलिंग के आकार में होना भी चूक ही है; क्योंकि इससे हिन्दुओं की भावनाएं आहत हुई हैं । इसके लिए उत्तरदायी लोगों के विरुद्ध सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए !

मणिपुर विधानसभा का एक दिवसीय सत्र हो-हल्ले के कारण अनिश्‍चित काल के लिए स्थगित

३ माह के उपरांत विधानसभा का सत्र बुलाया गया था । कांग्रेस के विधायक विधानसभा का सत्र ५ दिन चलाने की मांग कर रहे थे ।