सनातन को समाप्त करने के लिए प्रयत्नरत ‘घमंडिया’ गठबंधन को रोकें !

आज घमंडिया गठबंधन के लोग खुलकर बात करने लगे हैं ।  कल ये लोग अधिक आक्रामक होकर हम पर प्रहार करने वाले हैं ।’ देश के कोने-कोने में रहने वाले प्रत्येक सनातनी एवं इस देश से प्रेम करने वालों को सतर्क रहने की आवश्यकता है ।

जातिवाद के भंवर में न फंसकर हिन्दू के रूप में एकत्रित होकर धर्मरक्षा करना समय की मांग ! – टी. राजा सिंह, विधायक, तेलंगाना

आज हम गुज्जर, वाल्मिकी, राजपूत आदि जातियों के रूप में स्वयं का परिचय देते हैं; परंतु जब नूंह एवं मेवात में दंगा हुआ, उस समय आप किस जाति से हैं, यह धर्मांधों ने नहीं देखा ।

 पुणे में ‘श्री गणेशमूर्ति विसर्जन की भीड में नृत्य करने के लिए लडके-लडकियों की आवश्यकता’, इस आशय का विज्ञापन प्रसारित  !

विसर्जन शोभायात्रा में धन देकर चित्रपट गीतों पर घिनौना नृत्य करनेवाले नहीं, अपितु भजन एवं नामजप की गूंज में भक्तिभाव से श्री गणेशमूर्ति का विसर्जन करनेवाले श्रद्धालुओं की आवश्यकता है ।

लाखों हिन्दू जिसकी राह देख रहे हैं वह ‘साहेबस् (भाग २) – द आफ्टरमैथ’ नामक ‘प्राच्यम्’ का वीडिओ २८ सितंबर को प्रसारित होगा !

वीडिओ के माध्यम से स्वतंत्रता के उतरोत्तर काल में हिन्दुओं के विरोध में साम्यवादी तथा कथित धर्मनिरपेक्षतावादियों द्वारा रचे षडयंत्र का भांडाफोड किया जाएगा !

Ganesh Chaturth : गणेश जी को गुडहल का लाल पुष्प अर्पित करें !

लाल रंग के गुडहल के पुष्प के रंगकणों एवं गंधकणों के कारण ब्रह्मांड से गणेशतत्त्व उसकी ओर आकर्षित होते हैं ।

Ganeshotsav : श्री गणेशजी को दूर्वा अर्थात दूब घास क्यों चढाई जाती है ?

गणपति को अर्पित की जानेवाली दूर्वा कोमल होनी चाहिए । दूर्वा की पत्तियां ३, ५, ७ अथवा २१ की विषम संख्या में हों ।

(और इनकी सुनिए…) ‘मंदिर में मेरे साथ जातिभेदभाव किया गया !’ – के. राधाकृष्णन्, केरल

के. राधाकृष्णन् राज्य के मंदिर व्यवहारमंत्री हैं, तो उन्हें मंदिर का नाम बताना चाहिए । इसप्रकार मंत्री का कोई अनादर करता हो, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए; परंतु जाति के नाम पर यदि हिन्दू धर्म की जानबूझकर आलोचना करने का प्रयत्न हो रहा हो, तो हिन्दुओं को उसका वैध मार्ग से विरोध करना भी आवश्यक है !

सनातन धर्म शाश्वत कर्तव्यों का समुच्चय है, इसलिए इसे नष्ट करने का अर्थ कर्तव्यों को नष्ट करना है !

सनातन धर्म शाश्वत कर्तव्यों का समूह है । इसमें देश, राजा, माता, पिता एवं गुरु के प्रति कर्तव्य के साथ-साथ निर्धन सेवा सहित अन्य कर्तव्य भी समाहित हैं । अत: सनातन धर्म का विनाश करना अर्थात कर्तव्यों का विनाश, मद्रास उच्च न्यायालय ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए ऐसा विचार व्यक्त किया है ।

जो सनातन धर्म को गालियां दे रहे हैं, उनका वर्ष २०२४ में अंत होगा ! – योगऋषि रामदेव बाबा

पिछले कुछ दिनों से सनातन धर्म समाप्त करने के विविध राजनीतिक नेताओं की ओर से होने वाले विधानों के विषय में पूछे जाने पर उत्तर देते समय वे बोल रहे थे ।

‘लिव इन रिलेशनशिप’ द्वारा भारत की विवाह संस्था परंपरा को वैधानिक रूप से ध्वस्त करने का प्रयास ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय

उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सिद्धार्थ ने कहा कि इस देश में ‘लिव इन रिलेशनशिप’ विवाह संस्था कालबाह्य होने के उपरांत ही सामान्य मानी जाएगी । ऐसा अनेक विकसित देशों में हुआ है ।