जो सनातन धर्म को गालियां दे रहे हैं, उनका वर्ष २०२४ में अंत होगा ! – योगऋषि रामदेव बाबा

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – जो सनातन को गालियां दे रहे हैं, उन सभी का वर्ष २०२४ में (वर्ष २०२४ में देश में लोकसभा चुनाव हैं) अंत होने वाला है, ऐसी प्रतिक्रिया योगऋषि रामदेव बाबा ने पत्रकारों से बात करते समय व्यक्त की । पिछले कुछ दिनों से सनातन धर्म समाप्त करने के विविध राजनीतिक नेताओं की ओर से होने वाले विधानों के विषय में पूछे जाने पर उत्तर देते समय वे बोल रहे थे ।

योगऋषि रामदेव बाबा ने काशी की प्रशंसा करते हुए कहा कि सनातन धर्म का मर्म काशी में है । काशी एक शाश्वत नगरी है । यह अनादि और अनंत काल से उपासना का महातीर्थ है । विद्या और मोक्ष की नगरी है । अब संपूर्ण विश्व में काशी स्वास्थ्य, धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के लिए आकर्षण का केंद्र बनी है । (काशी पर्यटन का नहीं बल्कि हिन्दू धर्म शिक्षा का केंद्र बननी चाहिए ! – संपादक) संस्कृति और ज्ञान यह सनातन धर्म का सार है । (सनातन धर्म के सार की जानकारी सभी को देने के लिए यह बताना आवश्यक है । इसके लिए ही व्यवस्था निर्माण करनी चाहिए ! – संपादक)