जाधवपुर, पश्चिम बंगाल की श्री श्री अर्चनापुरी मां ने किया देहत्याग !
श्री ठाकुर के दिव्य मार्गदर्शन से प्रेरित, श्री अर्चना पुरी मां ने अकेले ही ४००० से अधिक गीतों का भंडार रचा था, जिसमें कविता, निबंध, नाटक, नृत्य-नाटक, कहानियां, गीतात्मक नाटक, गीत, मां शारदा एवं अन्य संतों की जीवनी आदि का एक समृद्ध संग्रह बनाया ।