हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने आगरा (उत्तर प्रदेश) के हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गुप्ता से की भेंट !

हिन्दू जनजागृति समिति का कार्य बहुत अच्छा एवं व्यापक है । अब समाज को जागृत कर एकसंघ करने का उचित समय आ गया है । सर्व आधुनिक चिकित्सकों का एक व्यासपीठ बनाकर यह विचार वहां प्रस्तुत करने के साथ ही क्रियाशील योजना का आयोजन करना चाहिए ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेंदर शर्मा से की भेंट

समाज पश्चिमियों का अंधानुकरण कर रहा है । आज हिन्दू उनका जन्मदिन भी जिसका कोई शास्त्रीय आधार नहीं, ऐसे अंग्रेजी कालगणना के अनुसार मनाते हैं । वास्तविक रूप से तिथि के अनुसार जन्मदिन मनाने से व्यक्ति को आध्यात्मिक स्तर पर लाभ होता है ।

साधना करने के कारण दिव्य कार्य होने से स्वयं के साथ समाज को भी साधना के लिए प्रवृत्त करना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

सनातन संस्था प्रभावशाली पद्धति से अध्यात्मप्रसार का कार्य कर रही है, साथ ही एस.एस.आर.एफ. द्वारा किया जा रहा शोधनिबंध तैयार करने का कार्य देखकर ऐसा लगता है कि समाज निश्चित रूप से धर्माचरण करने के लिए प्रेरित होगा ।

तनावमुक्ति के लिए बाह्य साधना के साथ-साथ आंतरिक साधना करना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

उधम सिंहनगर के रुद्रपुर स्थित उत्तराखंड पुलिस की ४६ वीं बटालियन के अधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए ‘सुखी जीवन हेतु तनावमुक्ति’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था । इस कार्यशाला को संबोधित करते समय सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी बोल रहे थे ।

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा मथुरा में एस.के.एस. आयुर्वेद महाविद्यालय में कार्यक्रम संपन्न !

     मथुरा (उत्तर प्रदेश) – यहां के चोमा एस.के.एस. आयुर्वेद महाविद्यालय में ‘‘आयुर्वेद से पूर्णत: बिमारी नष्ट होती है; परंतु इसमें विद्यमान वेदरूपी आध्यात्मिक प्रकाश हमारे अंतर्मन के जन्म-जन्म के संस्कार नष्ट होने से ही प्रकट होता है । इसलिए साधना करना आवश्यक है’’, ऐसा प्रतिपादन समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी … Read more

मथुरा में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘आनन्दमय जीवन हेतु साधना’ विषय पर मार्गदर्शन

मथुरा के श्रीजी शिवाशा एस्टेट के मंदिर परिसर में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ चारुदत्त पिंगळेजी ने ‘आनन्दमय जीवन हेतु साधना’ विषय पर मार्गदर्शन किया ।

देहली के साधक दंपति श्री. संजीव कुमार (आयु ७० वर्ष) एवं श्रीमती माला कुमार (आयु ६७ वर्ष) सनातन के ११५ वें और ११६ वें समष्टि संतपद पर विराजमान !

इस दंपति ने एकत्रित रूप से साधना का आरंभ किया । वर्ष २०१७ में एक ही दिन इन दोनों का आध्यात्मिक स्तर ६१ प्रतिशत हुआ और आज के इस मंगल दिवस पर इन दोनों ने ७१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर एक ही दिन संतपद भी प्राप्त कर लिया है ।

हिन्दुओं को जागृत करने के लिए उन्हें गुरुपरंपरा के साथ जोडना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे

जिसकी प्रज्ञा जागृत रहती है, वह है जागृत हिन्दू ! हिन्दुओं को जागृत करने के लिए पहले उन्हें गुरुपरंपरा के साथ जोडना चाहिए । हिन्दुओं को साधना कर स्वयं में विद्यमान दैवीय एवं आध्यात्मिक शक्ति को जागृत करने की आवश्यकता है ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी की सनातन धर्म परिषद, देहली के कार्यकारी अध्यक्ष श्री. भूषण लाल पराशरजी से सस्नेह भेंट !

श्री. पराशरजी ने कहा ‘हम सनातन के ग्रंथ देहली के प्रमुख मंदिरों में रखने का प्रयास करेंगे ।’

सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने की सर्वोच्च न्यायालय के अतिरिक्त महाधिवक्ता एन्. व्यंकटरमण से सदिच्छा भेंट !

जो धर्म व धर्मसंस्थापना के लिए कार्य करते हैं, उन्हें कष्ट सहने ही पडते हैं । प्रभु श्रीराम को भी वनवास हुआ, पांडवों को भी दु:ख भोगने पडे, तब भी उन्होंने धर्मसंस्थापना का कार्य पूर्ण किया ।